ब्रेकिंग न्यूज़मुंबई शहर …तो अब गड्ढा मुक्त होगी मुंबई की सड़कें? कंक्रीटीकरण के लिए बीएमसी ने निकाला 6 हजार करोड़ का टेंडर 25th November 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, (राजेश जायसवाल): देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सड़कें अगले दो सालों में चकाचक होने वाली हैं. यहां गड्ढे ढूंढने से भी नहीं मिल पाएंगे? सड़कों का कंक्रीटीकरण होने जा रहा है. मुंबई में सड़कें गड्ढा मुक्त करने के लिए कंक्रीटीकरण यानी सीमेंट की सड़कें तैयार करने का वादा महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होने के तुरंत बाद शिंदे-फडणवीस सरकार ने किया था. अब इसके लिए बीएमसी का 6 हजार करोड़ का टेंडर जारी कर दिया गया है. कॉन्ट्रैक्टरों के कम रेस्पॉन्स मिलने की वजह से महीने भर पहले रद्द किया गया टेंडर एक बार फिर निकाला गया है. मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई शहर और उपनगरीय भागों की 400 किलोमीटर की सड़कों के कंक्रीटीकरण के लिए 6 हजार 79 करोड़ का नया टेंडर जारी किया गया है. इस टेंडर प्रक्रिया को पूरे होने में महीने भर का समय लगेगा. इसके बाद कॉन्ट्रैक्टरों की नियुक्ति की जाएगी और फिर 2 साल के भीतर इन सड़कों के कंक्रीटीकरण का काम पूरा करने को कहा जाएगा. इससे पहले मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने 2 अगस्त 2022 को इन सड़कों के सीमेंट कंक्रीटीकरण के लिए 5 हजार 800 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला था. कई बड़े कॉन्ट्रैक्टरों ने टेंडर की शर्तों और फायदे और बचत का अंदाज लगाते हुए कुछ खास उत्साह नहीं दिखाया. अब यह रकम बढ़ा कर 6 हजार 79 करोड़ कर दी गई है. अब मुंबई शहर के लिए एक, पूर्वी उपनगरीय इलाकों के लिए एक और पश्चिमी उपनगरीय इलाकों के लिए तीन टेंडर निकाले हैं. ज्यादातर पुरानी शर्तों को कायम रखा गया है. बाजार भाव के मुताबिक, रकम बढ़ाई गई है. गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए नई तकनीक का होगा इस्तेमाल ‘पोरस’ कंक्रीट तकनीक के इस्तेमाल की शर्त को नए टेंडर में शामिल किया गया है. इस तकनीक की खासियत यह है कि यह सड़कों में जमा पानी को सोख लेता है. इससे पानी बह जाने की बजाए जमीन के नीचे इकट्ठा होगा और जलस्तर ऊंचा होगा. साथ ही सड़कों पर गड्ढे भी नहीं बनेंगे. काम पूरा होने के बाद अगले 10 साल तक सड़कों की टूट-फूट होने पर उसकी मरम्मत करने की शर्तें भी जोड़ी गई हैं. इससे पहले जारी किए गए टेंडर की दर 2018 के हिसाब से तय की गई थी. लेकिन पिछले तीन-चार सालों में सीमेंट, लोहे, स्टील की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं, इसलिए टेंडर की रकम बढ़ाई गई है. Post Views: 199