ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर संजय राउत बोले- उद्धव कर रहे असली ‘शिवसेना’ का नेतृत्व, चुनाव आयोग से न्याय की उम्मीद 9th January 2023 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि मूल ‘शिवसेना’ वही है जिसका नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से पार्टी को न्याय मिलने की उम्मीद भी जतायी. गौरतलब है कि शिवसेना के दो धड़ों ने पार्टी पर अपने-अपने दावे पेश किये हैं, जिसकी सुनवाई आयोग कर रहा है. दोनों धड़े खुद को मूल शिवसेना करार देने की आयोग से मांग कर रहे हैं. सांसद राउत ने पत्रकारों से कहा कि यद्यपि ‘स्वतंत्रता और स्वायत्तता’ अब स्वायत्त संस्थानों में नहीं देखी जा रही है, फिर भी उन्हें चुनाव आयोग पर भरोसा है. चुनाव आयोग 12 जनवरी को करेगा सुनवाई आयोग 12 जनवरी को शिवसेना के दोनों गुटों की याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. राउत ने कहा, शिवसेना केवल एक ही है, जिसकी स्थापना बालासाहेब ठाकरे ने की थी और जिसका नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं. पूरी शिवसेना उनके साथ है. उन्होंने कहा कि जब शिवसेना के चुनाव चिह्न पर जीत हासिल करने वाले नेता (पार्टी) छोड़ चुके हों, तो इसे टूट नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा, वे हार जाएंगे. राउत ने आगे कहा कि हम चुनाव आयोग पर भरोसा करते हैं जो एक स्वायत्त और स्वतंत्र निकाय है. हमारे पास टीएन शेषन (पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त) का एक उदाहरण है. हालांकि, अभी तक इन संस्थानों में स्वतंत्रता और स्वायत्तता नहीं दिखी है. इन संस्थानों में लोगों की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है. हमें उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को न्याय मिलेगा. मूल शिवसेना के 56 विधायकों में से 39 विधायक और महाराष्ट्र के 18 लोकसभा सांसदों में से 13 ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया था. सरकार फरवरी महीना नहीं देखेगी: राउत सरकार वेटिलेटर पर हो और सुप्रीम कोर्ट हटा दें तो यही होगा. इनके साथ कोई नहीं रहेगा. अब प्रदेश की जनता इंतजार कर रही है कि कब ये सरकार पलट कर चुनाव का सामना करेगी. तस्वीर धीरे-धीरे बदल रही है। महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल बदलाव की ओर बढ़ रहा है. 2019 की तैयारी चल रही है, लेकिन उससे पहले एक बदलाव हो सकता है. मेरी राय है कि अगर हमारी न्यायपालिका पर दबाव नहीं डाला गया तो ये सरकार फरवरी नहीं देखेगी. मुझे नहीं लगता कि न्यायपालिका पर दबाव होगा. संविधान, संविधान और कानून का उल्लंघन करने वाली सरकार फरवरी महीना नहीं देखेगी. Post Views: 166