दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़

Wrestlers Protest: फोल्डिंग खाट लाने पर पुलिस और पहलवानों में झड़प; धरने पर बैठे पहलवानों ने रो-रोकर बताया पूरा हाल

किसी का फूटा सिर तो किसी का टूटा हाथ…विनेश ने रो-रोकर बताया पूरा हाल

नयी दिल्लीः राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों (Wrestlers Protest) और पुलिस के बीच बुधवार देर रात को जमकर धक्का-मुक्की हुई। पहलवानों का आरोप है कि नशे में धुत दिल्ली पुलिस के कुछ जवानों ने उनके साथ बदसलूकी की और डंडे से पिटाई की। पुलिस और पहलवानों की झड़प में किसी का सिर फूट गया तो किसी के हाथ-पैर में चोटें आई है। बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे दिग्गज पहलवानों को भी कुछ चोटें आई हैं। फिलहाल, घायल पहलवान को अस्पताल भेजा गया है।
बताया जा रहा है कि पहलवान धरनास्थल (Wrestlers Protest) पर कुछ अतरिक्त गद्दे और फोल्डिंग बेड लाना चाहते थे। क्योंकि भारी बारिश की वजह से धरना स्थल पर पानी भर गया था। जिसके कारण जमींन पर सोना मुश्किल हो रहा था। लेकिन दिल्‍ली पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। वहीं नशे में धुत एक पुलिसकर्मी विनेश फोगाट, संगीता फोगाट और साक्षी मलिक के साथ बदसलूकी करने लगा। शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर पहलवानों को गालियां भी दीं। इसके बाद जब पुरुष पहलवानों ने बीच-बचाव किया तो बात बढ़ गई और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।
इसके बाद पुलिस ने धक्‍का-मुक्‍की की और हल्की लाठियां भी चलाईं। जिसमें पहलवान बजरंग के कंधे और विनेश के घुटने में चोटें आई है। इसके अलावा पहलवान दुष्यंत का सिर डंडा लगने से फट गया है। इस घटना के बाद महिला पहलवानों ने रो-रोकर मीडिया को पूरी दास्ताँ बताई और कहा कि देश में बेटियों की यही इज्जत है, इसी दिन के लिए हम मेडल जीतकर लाये थे। हमें गोली मार देना ही बेहतर है। वहीं, पहलवान बजरंग पूनिया ने बेटियों की इज्जत का हवाला देकर लोगों से तुरंत दिल्ली आकर समर्थन देने की अपील की है।

दिल्ली पुलिस के उपायुक्त प्रणव तायल ने बताया कि जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के दौरान ‘आप’ नेता सोमनाथ भारती बिना अनुमति के धरना स्थल पर फोल्डिंग बेड ले आए। जब हमने मना किया तो पहलवान आक्रामक हो गए और ट्रक से बेड हटाने की कोशिश की। जिसे लेकर मामूली विवाद हुआ और सोमनाथ भारती को दो अन्य लोगों के साथ हिरासत में ले लिया गया।
वहीं देर रात जंतर-मंतर पर हुई इस घटना की कई राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है। आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया- बरसात के मौसम में महिला पहलवानों को फोल्डेबल चारपाई की जरूरत थी। उनको पुलिस अंदर नहीं जाने दे रही थी। मैंने महिला पहलवानों का भी समर्थन किया और मुझे पुलिस ने हिरासत में लिया है। पहले मुझे मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया, फिर कापसहेड़ा थाने में बिठाया गया।

हमले की सूचना मिलते ही धरनास्थल पर पहुंची स्वाति मालीवाल
उधर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों पर बुधवार देर रात कथित हमले की सूचना मिलते ही हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी वहां पहुंचकर खिलाड़ियों से बातचीत की। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से उनकी कहासुनी होने लगी। उन्हें वहां से चले जाने को कहा गया लेकिन स्वाति मालीवाल इसके लिए राजी नहीं हुईं। इस बीच चार महिला पुलिसकर्मियों ने स्वाति मालीवाल को उठाकर गाड़ी में बिठाया और साथ ले गईं। मालीवाल ने पुलिस द्वारा जबरन की गई इस कार्रवाई का विरोध किया है। हुड्डा और मालीवाल, दोनों ने पुलिस के साथ हुई बातचीत और जोर-जबरदस्ती के वीडियो ट्वीट किए हैं।