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अखिल भारतीय कवि सम्मेलन: जिनके हाथों से तिरंगा न संभाला जाए, ऐसे नेताओं को संसद से निकाला जाए

मुंबई: चर्चगेट के न्यू मरीन लाइंस स्थित पाटकर सभागृह में देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था साहित्य कला मंच द्वारा आयोजित ४५वां अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। संस्था के चेयरमैन उदेश अग्रवाल, कार्याध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, महामंत्री विनय मिश्रा, ट्रस्टी दीपक बूबना, पवन शर्मा,उपाध्यक्ष एड्.त्रयंबक तिवारी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मान किया। कवि सम्मेलन के संयोजक विश्वनाथ भरतिया ने कवियों का स्वागत किया। कवि सम्मेलन का सफल संचालन हास्य कवि सुरेश मिश्र ने किया।

कवि सम्मेलन की शुरुआत भोपाल से पधारी अनु सपन की सरस्वती वंदना से हुई। हाशिम फिरोजाबादी की कविता ‘जिनके हाथों से तिरंगा न संभाला जाए, उन नेताओं को संसद से निकाला जाए’ सुनकर श्रोताओं ने खड़े होकर तालियां बजाईं। तेज नारायण शर्मा के हास्य व्यंग, अनु सपन के मुक्तकों और गीतों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस वर्ष मंच द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित ‘निराला पुरस्कार’ लखनऊ के वरिष्ठ कवि वेदव्रत वाजपेयी को पूर्व मंत्री राजपुरोहित और अन्य कई प्रमुख हस्तियों ने प्रदान किया। वेदव्रत वाजपेयी ने अपनी राष्ट्रभक्ति की कविताओं से तालियों का महोत्सव बना दिया। इस अवसर पर साहित्य कला मंच की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में कान बिहारी अग्रवाल, बृज बिहारी अग्रवाल समेत अनेक उद्योगपति, समाजसेवी, पत्रकार, शिक्षानुरागी लोग भी उपस्थित थे। स्वागत समारोह का संचालन विनय मिश्र ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में रामलीला के भगवान राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान एवं व्यास जी का अभिषेक किया गया।