ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर विधानसभा चुनाव में लिंगायत समुदाय को मिले समान भागीदारी: डॉ. विजय जंगम 27th October 2024 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई (राजेश जायसवाल): महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले वीरशैव लिंगायत समुदाय ने अपने तेवर दिखाते हुए सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि हर बार समाज के लोगों का इस्तेमाल सिर्फ वोट के लिए राजनीतिक तौर पर किया जाता है। हर बार चुनाव में वीरशैव लिंगायत समुदाय को कोई लाभ नहीं मिलता है और न ही ज्यादा संख्या में विधानसभा में प्रतिनिधित्व दिया जाता है, लेकिन इस बार हमारा समाज चुप नहीं बैठेगा। मुंबई मराठी पत्रकार संघ में शनिवार को ‘अखिल वीरशैव लिंगायत महासंघ’ के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष व प्रवक्ता डॉ. विजय जंगम (स्वामी) ने सभी राजनीतिक दलों को चेतावनी देते हुए मांग की है कि यदि लिंगायत समाज के लोगों को उम्मीदवारी में समान अधिकार नहीं मिलेगा तो लोग ‘नोटा’ का विकल्प देख रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वीरशैव लिंगायत समुदाय ने देश में स्वतंत्रता के समय में बहुत योगदान दिया है। वास्तव में छत्रपति शिवाजी महाराज की अवधि के दौरान, इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि उनके वित्त, सामाजिक और धार्मिक विभागों की जिम्मेदारी वीरशैव लिंगायत समाज के तत्वों पर हैं। डॉ. विजय जंगम ने कहा कि अभी तक 8 प्रत्याशियों को उम्मीदवारी दी गई है, जबकि लिंगायत समाज 40 से अधिक सीटों पर अपना प्रभुत्व रखता है। लेकिन सभी राजनीतिक पार्टी, समाज के लोगों को नजरअंदाज कर रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से एक उम्मीदवार देने की बात फाइनल हुई है और वे शीघ्र करने वाले हैं। कांग्रेस, एनसीपी (अजीत पवार) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब हमें नहीं मिला है। सभी राजनीतिक दलों से समुदाय के लोगों को उम्मीदवारी देने की चर्चा हो चुकी है। यदि इस बार समाज के लोगों को नजरअंदाज किया गया तो लोग चुप नहीं बैठेंगे। बता दें कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए वीरशैव लिंगायत समुदाय से बीजेपी ने दो, मनसे ने एक, शिवसेना (यूबीटी) ने दो और वंचित बहुजन आघाडी ने दो लोगों को उम्मीदवारी दी है। Post Views: 28