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Varanasi: अद्भुत रोशनी से नहाया बाबा का दरबार, महाशिवरात्रि पर मंदिर प्रशासन ने की ये खास अपील?

राजेश जायसवाल/वाराणसी
महाशिवरात्रि पर्व के मद्देनजर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस. चन्नप्पा ने शुक्रवार को शहर में भ्रमण किया। प्रयागराज महाकुंभ से वाराणसी पहुंच रहे श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों और पर्यटकों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण व्यवस्था का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चौकाघाट, लहुराबीर, बेनियाबाग, रामापुरा चौराहा, गोदौलिया चौराहा, दशाश्वमेध घाट और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण किया। गेट नंबर चार से मंदिर कारिडोर, ललिता घाट और मंदिर परिसर का निरीक्षण कर वापस गोदौलिया चौराहा तक पैदल गश्त की और पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की लाइन व्यवस्था को सुचारू रखें। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बता दें कि भोलेनाथ की नगरी काशी में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। यहाँ पूरे सावन माह और महाशिवरात्रि पर भक्तों की अपार भीड़ लगी रहती है। प्रयागराज महाकुंभ की वजह से इस बार 15 लाख लोगों के जुटने का अनुमान है। इस समय प्रतिदिन 7 से 8 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। धाम में 11 जनवरी से अब तक 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। भीड़ की वजह से मंदिर प्रशासन की ओर से एडवाइजरी भी जारी की गई है।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस बार देवों के देव महादेव भक्तों को लगातार 32 घंटे तक दर्शन देंगे। बाबा विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए लोग अभी से ही लंबी-लंबी कतारों में लग रहे हैं। विश्वनाथ मंदिर के बाहर 5 किलोमीटर तक लंबी लाइन रोजाना लग रही है। दर्शन करने में लोगों को कई घंटों का वक्त लग रहा है। वीआईपी और सुगम दर्शन बंद है। इसकी वजह से लोगों को प्रोटोकॉल और वीआईपी दर्शन का लाभ नहीं मिल रहा है। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि महाशिवरात्रि पर इस बार भीड़ के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो सकते हैं। इसे लेकर मंदिर प्रशासन खास तैयारी कर रहा है। मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से भव्य तरीके से सजाया गया है।

मंदिर प्रशासन ने की ये अपील?
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने दिनांक 26 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि पर्व पर पूजा-आरती के लिए समय सारिणी निर्धारित कर दी है‌। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर प्रातः 3:15 बजे मंगला आरती समाप्त होने के बाद प्रातः 3:30 बजे से मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खुल जाएगा। महाशिवरात्रि पर रात्रि में होने वाली चारों पहर की आरती के दौरान भी श्री काशी विश्वनाथ महादेव का झांकी दर्शन सतत चलता रहेगा। श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मंदिर प्रांगण में बैरिकेडिंग, जिगजैक बैरीकेडिंग, पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है। कई जगहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। प्रांगण में ही श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए जरूरी सूचनाओं को माइक से प्रसारित किया जा रहा है। भटके और बिछड़े लोगों को खोजने के लिए ‘खोया-पाया केंद्र’ भी सक्रिय है। श्रद्धालुओं को सहयोग प्रदान करने के लिए कर्मी भी लगाए गए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़ों के पूज्य साधु-संत भी मंदिर आते हैं। ऐसे में आम श्रद्धालुओं को कुछ देर के लिए दर्शन से रोका जा सकता है, इस दौरान भक्तगण धैर्य बनाए रखें। भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास ने अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, यूट्यूब और टाटा स्काई के माध्यम से भी श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन की व्यवस्था की है‌। इस सुविधा का लाभ उठाते हुए बुजुर्ग, बीमार एवं अशक्त श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन का लाभ उठाएं।

प्रशासन ने किए ये इंतजाम?
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई स्थानों पर मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। मेडिकल कैम्प पर ओआरएस एवं अन्य जरूरी दवाओं के साथ चिकित्सक मौजूद रहेंगे। भीड़ को संभालने के लिए 55 जगह बैरियर लगाए जाएंगे। काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र को 13 सेक्टर में बांटा गया है। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए 8 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 24 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कांस्टेबल और 300 होमगार्ड लगाए गए हैं।
नागा संन्यासी और साधु-संतों को सुबह गेट नंबर 4 से एंट्री दी जाएगी। उनके प्रवेश के समय गेट नंबर 4 से आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। साधु संतों को सी गेट से गर्भगृह के उत्तरी और पूर्वी द्वार से दर्शन-पूजन करवाने के बाद पश्चिमी गेट से अन्नपूर्णा मंदिर लाया जाएगा। गोदौलिया से मैदागिन नो व्हीकल जोन रहेगा।

विश्वनाथ धाम में आने से पहले रखें इन बातों का ध्यान?
मंदिर की लाइन में लगने से पहले अपने पास मौजूद प्रतिबंधित सामान हटा दें।
मंदिर में सिगरेट, पान मसाला, गुटखा, माचिस, पेन, मोबाइल, खैनी और डिजिटल वॉच के साथ ही ब्लूटूथ डिवाइस कोई भी अस्त्र-शस्त्र नुकीली चीज पूरी तरह से बैन है।
यदि आप गाड़ी से पहुंच रहे हैं तो वाहन की इलेक्ट्रिक चाबी और उसका इलेक्ट्रॉनिक की रिंग भी अंदर नहीं ले जा सकेंगे।
नेकबैंड, ब्लूटूथ, इयरबड्स भी मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने होटल या वाहन में रखकर आएं। दर्शन की लाइन में लगने से पहले यदि इन चीजों को नहीं हटाएंगे तो चेकिंग प्वाइंट पर इन्हें हटाने के लिए भक्तों के पास कोई ऑप्शन नहीं होगा और आपको फिर से लाइन में लगना पड़ेगा।
यदि आप गाड़ी से आ रहे हैं तो जिस बैरियर प्वाइंट पर आपको रोका जाए उसके आसपास मौजूद पार्किंग में ही अपनी गाड़ी को पार्क कर दें।
किसी भी हाल में मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर किसी ठग के झांसे में न आएं।
माला-फूल वाले या कोई भी पंडित-पंडा पैसे लेकर दर्शन नहीं करवा पाएगा। जल्दी दर्शन करने की लालच में पैसे मत दें।
अलग-अलग गेट से एंट्री करने के दौरान जिस गेट पर भी आप अपने जूता-चप्पल छोड़ें, उसके आसपास कोई लैंडमार्क चिन्हित कर लें ताकि आप वहां तक वापस पहुंच सकें। बैरिकेडिंग छोड़कर बाहर न निकलें।
खाली पेट कतार में न लगें, अपने साथ पानी, ओआरएस, ग्लूकोज साथ रखें, जिससे घंटों लाइन में लगने पर तबीयत न खराब हो। व्रत रखकर कतार में लगें।
बच्चे और बीमार लोग दर्शन के लिए न आएं। ऐसे लोग ऑनलाइन ही दर्शन का लाभ उठाएं।

बम-बम बोल रहा है काशी
बम-बम बोल रहा है काशी…!