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नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले दिल्ली के कॉल सेंटर पर मुंबई पुलिस का छापा…

हिरासत में लिए गए आरोपियों के साथ पुलिस की टीम

लाखों की ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश, एक महिला समेत तीन को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुंबई/नयी दिल्ली (राजेश जायसवाल), नौकरियां देने वालीं कई बड़ी वेबसाइटों के जरिए बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के बहाने उनसे ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का माटुंगा पुलिस में पर्दाफाश किया है। पुलिस की गिरफ्त में एक महिला समेत चार लोग हैं, जिनकी उम्र भी 20 से 25 साल हैं। माटुंगा पुलिस ने दिल्ली के एक फ़र्ज़ी कॉल सेंटर में छापेमारी कर इस ठग गिरोह को गिरफ्तार किया, जो बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करते थे।
परिमंडल- ४ के पुलिस उपायुक्त Dr. सौरभ त्रिपाठी के अनुसार मामला तब सामने आया जब २४ अप्रैल को योगेश तुकाराम राठौड़ (२९) ने माटुंगा पुलिस थाने में इन ठगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों के खिलाफ भारतीय दंड कानून सहित धारा ४१९, ४२०, ३४, के तहत मामला दर्ज कर छानबीन में जुट गई।
वहीं 29 वर्षीय मुंबई निवासी पीड़ित योगेश राठौड़ ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उसने नौकरी पाने के लिए क्विकर डॉट कॉम पर अपना डिटेल्स अपलोड किया था। जिसके बाद योगेश को अलग-अलग मोबाइल फ़ोन से कॉल आना शुरू हो गया था। जिसमें योगेश को फ़ोन पर कहा गया था कि इंडिगो एयरलाइन में टिकटिंग एक्सक्यूटिव और इन्शुरेंस डिपार्टमेंट के लिए नियुक्त किया गया है। पेपर वर्क के लिए आपको कुछ पैसा देना होगा। जिसके बाद ठगियो ने बैंक के अलग-अलग एकाउंट में योगेश से पैसे ट्रांसफर करवाया। फिर कुछ दिन बाद योगेश ने उस मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो वह नंबर स्विच ऑफ बताने लगा। योगेश राठौड़ को अब एहसास होने लगा कि वह किसी ठग गिरोह का शिकार हो चुके हैं। योगेश नौकरी के नाम पर इन ठगों को एक लाख तीस हजार (१,३०,०००) रूपए दे चुके थे। जिसके बाद योगेश ने निर्णय लिया और माटुंगा पुलिस स्टेशन में सभी ठगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए योगेश को जिस अगल-अलग नम्बर से कॉल आए थे उन सभी के मोबाइल नंबर और बैंक एकाउंट्स का डिटेल निकलना शुरू कर दिया था। जिसके बाद पुलिस को कामयाबी हासिल हुई और १४ अगस्त को उत्तर प्रदेश के रामपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने महिला से पूछताछ की जिसके बाद पता चला कि यह गिरोह फ्री स्काई लग्जरी सल्यूशन नामक कंपनी बनाकर क्विकर डॉट कॉम के जरिए रजिस्टर्ड हुए बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे मजबूत पैसे एठते थे। फिर पुलिस की एक टीम दिल्ली, नोएडा के लिए रवाना हुई और नोएडा के सेक्टर- ४ के एक कॉल सेंटर पर छापेमारी की जिसमें १५ लोग दिखाई दिए जो किराये पर एक फ़र्ज़ी कॉल सेंटर चला रहे थे। इस छापेमारी में पुलिस ने १९ मोबाइल फोन, २२ सिम कार्ड, १ सीपीयू, १४ जी डेटा कार्ड, डेल कंपनी के लैपटॉप, २ आई कार्ड , २ डेबिट कार्ड, २० रजिस्टर, जप्त करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिनके नाम १) अंकुर राजेश सिंह (२२) न्यू अशोक नगर नयी दिल्ली २) अमन कुमार राजेश सिंह (२४) न्यू अशोक नगर नयी दिल्ली ३) सहजाद मकबूल (२६) गाज़ियाबाद उत्तर प्रदेश ४) रोहिणी (२३) उत्तर प्रदेश रामपुर से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहाँ अदालत ने सभी आरोपियों को ३१ अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस उपायुक्त Dr. सौरभ त्रिपाठी ने मिडिया के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा है कि यदि इस तरह के फर्जी कॉल किसी के पास आते हैं और पैसे की डिमांड करते हैं तो अपने स्तर पर उसकी जाँच कर लें नहीं तो सम्बंधित पुलिस थाने को सूचित करें।