अहमदनगरदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र

BJP के 400 सीटें जीतने के दावे पर शरद पवार का बड़ा बयान, कहा- ‘पीएम मोदी सिर्फ ‘गारंटी’ देते हैं…

नासिक: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार ने गुरुवार (4 जनवरी) को कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में राजनीतिक स्थिति भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए अनुकूल नहीं है. उन्होंने बीजेपी के 400 से अधिक सीट जीतने संबंधी दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह कई राज्यों में सत्ता से बाहर है.
शिरडी में आयोजित पार्टी के एक सम्मेलन में एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र में सत्ता संभालने के बाद, बीजेपी ने कई कार्यक्रमों की घोषणा की और कई आश्वासन दिए, लेकिन उन्हें लागू नहीं किया और लोगों को ‘धोखा’ दिया गया.

पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ मराठा नेता पवार ने कहा कि लोगों को अब इसका एहसास होने लगा है. पवार की पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर गठित विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में शामिल है. उन्होंने कहा कि देश में स्थिति बीजेपी के लिए अनुकूल नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं ने कुल 543 में से 400 से अधिक लोकसभा सीट जीतने का लक्ष्य रखा है, लेकिन पार्टी वर्तमान में कई राज्यों में सत्ता में नहीं है. बीजेपी केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में सत्ता से बाहर है.

शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आश्वासन दिया गया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी और जिनके पास ‘पक्के’ घर नहीं हैं, उन्हें शहरी क्षेत्रों में घर दिया जायेगा लेकिन इन वादों को पूरा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि मोदी ने आश्वासन दिया था कि 2024-25 तक भारत पांच हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जायेगा, लेकिन यह उसका 50 प्रतिशत भी नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ ‘गारंटी’ देते हैं.

शरद पवार ने कहा कि ‘गारंटी’ पूरी नहीं की गई. ऐसा कई बार देखा गया है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के कारण युवा पीढ़ी परेशान है और उन्होंने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक की उस घटना का हवाला दिया, जिसमें कुछ लोगों का एक समूह शामिल था. उन्होंने कहा, जब हमारे सांसदों ने जानना चाहा कि उनकी (सुरक्षा में हुई चूक की घटना में शामिल लोगों की) क्या मांग है और उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से बयान देने के लिए दबाव डाला, तो विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया!