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JK Cement Factory Collapse: सीमेंट फैक्ट्री की छत गिरने से 50 ज्यादा लोग दबे, 3 मजदूरों की मौत!

नेटवर्क महानगर/ पन्ना
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के सिमरिया थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले पुरैना और पगारा गांव के बीच हरदुआ केन में स्थित जेके सीमेंट की फैक्ट्री में निर्माणधीन छत का स्लैब गिर गया है। मामले को लेकर पन्ना एसपी सांई कृष्णा एस थोटा ने हादसे में अबतक 3 लोगों की मौत की पुष्टि की है। जबकि एक दर्जन से ज्यादा गंभीर घायल हैं। इनमें दो की हालत नाजुक बनी हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां फ्री हीटर की शटरिंग के नीचे 50 से ज्यादा मजदूरों के दबे होने की जानकारी सामने आई है। घटना के बाद पुलिस और बचाव दल का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक, जेके सीमेंट के सिमरिया थाना अंतर्गत पुरैना और पगारा गांव के बीच हरदुआ केन में निर्माणाधीन दूसरे प्लांट में तीसरी मंजिल की फ्री हीटर की शटरिंग एकाएक भरभरा कर गिर गई। इससे नीचे काम कर रहे आधा सैकड़ा से ज्यादा मजदूर दब गए है। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 16 लोगों को कटनी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि, सामान्य घायलों को अमानगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है।

सिमरिया थाना अंतर्गत पुरैना और पगारा के बीच हरदुआ केन में जेके सीमेंट का दूसरा प्लांट बनाया जा रहा है। प्लांट की लाइन टू का काम रोजाना की तरह गुरुवार को भी चल रहा था। तभी दूसरे और तीसरे वाले की शटरिंग एकाएक भरभरा कर नीचे गिर गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान नीचे बड़ी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे, जो शटरिंग की चपेट में आ गए। हादसे में आधा सैकड़ा से ज्यादा मजदूर हताहत बताए जा रहे हैं। हादसे में बड़ी संख्या में मजदूर दबे हुए भी बताए जा रहे हैं। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। दबे मजदूरों को निकालने का कार्य चल रहा है। इस हादसे से प्लांट में कार्यरत मजदूरों के परिजन परेशान हो गए हैं। हादसे के बाद प्रशासन और पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जेके सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने हादसे के बाद आवाजही पर प्रतिबंध लगा दिया। सभी गेटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। जब सोशल मीडिया पर हादसे की खबरें वायरल होने लगी तो मजदूर और छोटे कर्मचारियों को प्लांट से बाहर कर दिया गया है।

108 एंबुलेंस को नहीं करने दिया प्रवेश!
सूचना पाकर एकीकृत रेफरल सेवा की 108 एम्बुलेंस हादसा स्थल पर पहुंची। लेकिन जेके सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने 108 एंबुलेंस को परिसर के बाहर ही रोक दिया। प्रबंधन का कहना था घायलों की हम मदद कर रहे हैं। हमें और किसी के मदद की दरकार नहीं है। एंबुलेंस चालक ने प्रबंधन की स्वास्थ्य अधिकारियों से भी बात कराना चाहा पर प्रबंधन के अधिकारियों ने फोन काट दिया।