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Mumbai: टारगेट पूरा करने के लिए खोले फर्जी खाते! पुलिस ने YES BANK के डिप्टी मैनेजर को किया गिरफ्तार

मुंबई: माटुंगा पुलिस ने किंग सर्कल की एक वरिष्ठ महिला नागरिक से ५ लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में यस बैंक के ठाणे शाखा से डिप्टी मैनेजर प्रगति अतुल क्षीरसागर (२७) को गिरफ्तार किया है। साइबर धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रगति पहले धारावी में रहती थी और फिर नवी मुंबई के जुई नगर में रहने लगी। उसने धोखाधड़ी से खोले गए बैंक खातों के माध्यम से पैसे निकालने में साइबर अपराधियों की मदद की थी।

शिकायतकर्ता ने अप्रैल महीने में अपनी मां के साथ हुए साइबर अपराध की शिकायत माटुंगा पुलिस से की थी, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ित को ठगने के लिए खुद को एसबीआई बैंक का अधिकारी बताया था।

माटुंगा पुलिस ठाणे के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दीपक चव्हाण ने पीआई केशव वाघ के नेतृत्व में एक टीम गठित की। जांच के दौरान उन्हें पता चला कि जिन बैंक खातों में जालसाजों ने पैसे ट्रांसफर किए थे उसमें ज्यादातर मलाड के मालवणी इलाके की झुग्गियों में रहने वाले आम लोगों के थे, जिन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनके खातों का इस्तेमाल किस लिए किया जा रहा है। इस पर उन्होंने बैंक खातों की प्रामाणिकता की जांच की।

इस मामले में पहली गिरफ्तारी मालवणी निवासी राहुल उमाले की हुई, जो कि प्याज और आलू बेचकर अपना गुजारा करता है। उसने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने बैंक खाता खोलने के लिए अपने जरूरी दस्तावेज कुछ लोगों को सौंपे थे, जिन्होंने बदले में उन्हें कुछ रकम देने का आश्वासन दिया था। इसके बाद अन्य आरोपियों की तलाश शुरू हुई। ठाणे के कलवा का अरबाज शेख (२३), राबोडी का अमीन शेख (२५), रहीम शेख (३२) और पालघर का कलीम अंसारी, जिसने अवैध रूप से कमाए गए पैसे का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त किया, कथित तौर पर गिरोह में मिलकर साइबर क्राइम को अंजाम दिया था। पुलिस ने जब पूछताछ की कि दूसरों की निजी जानकारी का इस्तेमाल करके ये खाते कैसे बनाए गए? तब संदिग्धों ने यस बैंक की ठाणे शाखा में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत प्रगति की संलिप्तता का खुलासा किया।

पुलिस के मुताबिक, प्रगति पर बैंक की तरफ से अपने सहकर्मियों की तरह हर महीने ७० वेतन खाते खोलने का दबाव था। लगातार दो महीनों तक इस लक्ष्य को पूरा करने में विफल होने पर उसने कथित तौर पर अमीन और रहीम के साथ मिलकर फर्जी बैंक खाते खोले।

प्रगति को मंगलवार को कुर्ला कोर्ट में पेश किया गया और आगे की पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने संदिग्धों द्वारा इस्तेमाल किए गए छह अन्य बैंक खातों की पहचान की है। पुलिस को ऐसे और भी फर्जी खाते खोलने का संदेह है, जिसकी जांच की जा रही है।