ब्रेकिंग न्यूज़मुंबई शहर

Mumbai: भीगती प्रेमिका को बचाने के चक्कर में…जब प्रेमी के रेनकोट ने ‘लाइफलाइन’ के पहियों पर लगा दिए ब्रेक;

आधे घंटे तक थमीं रहीं मुंबईकरों की सांसें!

मुंबई: दौड़ते-भागते शहर ‘मुंबई’ की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों की दो मिनट की देरी भी रोजाना सफर करने वाले लाखों यात्रियों के लिए मुसीबत बन जाती है। वैसे भी बारिश के चलते सभी लाइनों की लोकल ट्रेनें कुछ मिनट की देरी से ही चल रही हैं, जिसके चलते मुंबईकर काफी परेशान हैं।
इसी बीच सोमवार को चर्चगेट रेलवे स्टेशन पर जो घटना घटी, उसे देखकर हर कोई दंग रह गया। दरअसल, यहां एक सरफिरे प्रेमी के चलते पश्चिम रेलवे की गाडियां २५ मिनट की देरी से पहुंची। इस दौरान रेलवे प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

क्या है पूरा मामला?
कहते हैं आदमी प्यार में अंधा हो जाता है, उसे कुछ भी दिखाई नहीं देता, उसकी आंखों में इच्छाओं का पहरा हो जाता है। ऐसा ही कुछ नज़ारा सोमवार दोपहर ३ बजे के करीब चर्चगेट स्टेशन पर देखने को मिला। जब प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर खड़ा १९ वर्षीय सुमित भाग्यवंत नाम का युवक ट्रेन आने का इंतजार कर रहा था। ठीक उसके सामने वाले प्लेटफॉर्म नंबर दो पर उसकी प्रेमिका खड़ी थी। सुमित की नज़रें जब अपनी प्रेमिका को देखी तो उसे बारिश से बचने के लिए अपना रेनकोट ऑफर करना चाहा। उसने गर्लफ्रेंड को अपना रेनकोट देने के लिए उसे जोर से तीन नंबर प्लेटफॉर्म से दो नंबर पर उछाल दिया। लेकिन दुर्भाग्य से पिंक कलर का रेनकोट बीच में रेलवे की ओवरहेड वायर में जाकर फंस गया। इस सीन को देखकर स्टेशन पर खड़े लोगों के पसीने छूट गए और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। बिजली के जिस नंगे तारों पर पानी से भीगा रेनकोट फंसा था उसमें १२ हजार वोल्ट बिजली का करेंट दौड़ रहा था। कोई अनहोनी न हो इसके लिए आनन-फानन में वहां से गुजरने वाली ट्रेनों का संचालन पूरे २५ मिनट तक रोक दिया गया। इसके लिए पूरा रेलवे प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया। देखते ही देखते रेलवे स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ की टीम के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद रेलवे लाइन की बिजली सप्लाई को रोककर लंबे बांस की मदद से ओवरहेड वायर से प्रेमी के उस रेनकोट को नीचे उतारा गया। युवक की इस हरकत के चलते २५ मिनट तक ट्रेनों का संचालन बाधित रहने से यात्री तिलमिला उठे। फिलहाल, आरपीएफ ने युवक को पकड़कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया और उसके खिलाफ रेलवे एक्ट १७४(सी) के तहत कार्रवाई करते हुए उस पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। लगभग आधा घंटे बाद ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो सकी, तब जाकर यात्रियों ने चैन की सांस ली।