ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर मलाड के एक स्कूल में तीन वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी; अज्ञात व्यक्ति की तलाश में जुटी पुलिस 16th February 2025 networkmahanagar 🔊 Listen to this नेटवर्क महानगर/मुंबई बांगुर नगर पुलिस ने बुधवार (12 फरवरी) को मलाड के एक स्कूल में साढ़े तीन वर्षीय बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी एक अज्ञात संदिग्ध की तलाश कर रही है। स्कूल के अंदर और बाहर लगे कैमरों से सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बावजूद, पुलिस को घटना का कोई सबूत नहीं मिला है। जब बच्ची की मां ने पूछा कि उसे किसने नुकसान पहुंचाया, तो बच्ची ने कहा कि यह एक राक्षस था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मलाड पश्चिम के एक प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय स्कूल में नर्सरी की छात्रा बच्ची ने बुधवार शाम को स्कूल से घर लौटने के बाद अपने निजी अंगों में दर्द की शिकायत की। तभी उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया, जिसने शुरू में सुझाव दिया कि दाने संक्रमण के कारण हो सकते हैं। बाद में, जब मां ने बच्ची से फिर से पूछा, तो उसने दोहराया कि एक ‘राक्षस’ ने उसके निजी अंगों को छुआ था। घबराई हुई मां उसे वापस डॉक्टर के पास ले गई और पूरी घटना बताई। इसके बाद एक स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बच्ची की जांच की और चिंता व्यक्त की, जिसके बाद डॉक्टर ने बांगुर नगर पुलिस को सूचित किया। पुलिस के मुताबिक, मां की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर एक पुलिस दल ने स्कूल का दौरा किया और सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की। हालांकि, वहां कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली। लड़की को एक महिला केयरटेकर के साथ बाथरूम जाते हुए और बाद में कई अन्य सहपाठियों के साथ लौटते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस ने केयरटेकर और अन्य स्टाफ सदस्यों को लड़की के सामने पेश किया और पूछा कि क्या उनमें से किसी ने उसे नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, उसने उनकी संलिप्तता से इनकार किया और जोर देकर कहा कि एक ‘राक्षस’ ने उसे छुआ था। इसके बाद बच्ची को मेडिकल जांच के लिए कूपर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के निजी अंगों पर चकत्ते संभवतः किसी संक्रमण के कारण थे, जो दवा के बाद कम हो गए। पुलिस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, हर पहलू से जांच कर रही है। लड़की के कपड़ों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है और हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। बांगुर नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल ठाकरे ने कहा, हमने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, आगे की जांच जारी है। Post Views: 13