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मुंबई: गांव जाना है तो यहां जानें हर जरुरी सवाल के जवाब…

स्पेशल ट्रेनों में जगह के लिए मारामारी, सिर्फ एक दिन में मिले 15 हजार आवेदन

मुंबई: केंद्र सरकार दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों को उनके राज्य तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चला रही है। पिछले 2-3 दिनों में कई ट्रेनें एक से दूसरे राज्य गई हैं, इससे इन प्रवासियों में उम्मीद जगी है। इसी का नतीजा है कि मुंबई शहर में शनिवार को ही 15 हजार से ज्यादा आवेदन आ गए।
महाराष्ट्र से गावं जाने के लिए स्पेशल ट्रेनों में जगह के लिए मारामारी शुरू हो गई है। प्रवासियों को उनके राज्य ले जाने वाली ट्रेनों में जगह के लिए अकेले मुंबई शहर में शनिवार को ही 15 हजार से ज्यादा आवेदन आ गए। ट्रेनों में उन्हीं प्रवासियों को जगह दी जानी है, जिन्होंने राज्य सरकार के पास इसको लेकर रजिस्ट्रेशन कराया है।
मुंबई शहर में स्थानीय पुलिस को प्रवासियों के इन आवेदनों को लेने के लिए अधिकृत किया गया है। शनिवार को 94 पुलिस थानों पर 15 हजार लोगों ने पहुंचकर आवेदन किया।

रविवार को ट्रेन में जगह के लिए जुटे 5000 प्रवासी
शनिवार को 847 प्रवासियों को लेकर नासिक से लखनऊ एक ट्रेन रवाना हुई। रविवार को भी दो ट्रेनें गोरखपुर के लिए रवाना होनी हैं, इनमें से एक भिवंडी से रवाना होगी और दूसरी वसई से। दोनों में 1200 प्रवासियों को जगह दी जाएगी। भिवंडी से रवाना होने वाली ट्रेन में जगह पाने के लिए शनिवार को 5,000 प्रवासियों की भीड़ शनिवार शाम से ही स्टेशन पर जुट गई। बाद में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेजा।

महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्यों के भी हैं काफी प्रवासी
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्यों के भी कुछ प्रवासी वापस जाना चाह रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, जो राज्य महाराष्ट्र के साथ बॉर्डर शेयर करते हैं, उनसे भी प्रवासियों को भेजने में सहयोग की गुजारिश की गई है। कई प्रवासी हैं जो महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों से पड़ोसी राज्यों जैसे-गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना और दमन-दीव जाना चाहते हैं।

गांव जाना है तो यहां जानें हर जरूरी सवाल के जवाब
घर जाने की मंजूरी कौन देगा?
गांव जाने के लिए पुलिस के माध्यम से मंजूरी मिलेगी। इसके लिए सभी डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

रजिस्ट्रेशन कैसे होगा?
https://covid19.mhpolice.in/registration पर ऑनलाइन तरीके से आवेदन पत्र भर सकते हैं। लोकल पुलिस स्टेशन में ऑफलाइन भी फॉर्म भरकर दिया जा सकता है।

कौन-कौन से कागज चाहिए?
समूह में जाने वाले लोगों को अपने लीडर (मुख्य आदमी) का चुनाव करना होगा। सभी सदस्यों के नाम, आधार कार्ड नंबर, यात्रा कहां से कहां तक करनी है, निजी वाहन या बस/ट्रेन से जाने का जिक्र, पंजीकृत डॉक्टर से मेडिकल रिपोर्ट और मोबाइल नंबर देना अनिवार्य है।

जानकारी कैसे मिलेगी?
प्रशासकीय स्तर पर आपके फॉर्म की मंजूरी मिलने के बाद आपको पास जारी करने की हरी झंडी दी जाएगी। इस बारे में संबंधित व्यक्ति को ई-मेल या मोबाइल नंबर से सूचना दी जाएगी।

कब तक इंतजार करना होगा?
जिस राज्य में आप जाना चाहते हैं, वहां के भी अधिकारी को इसकी सूचना दी जाएगी और उसी अनुसार भेजने की तैयारी होगी। आपको यात्रा की सूचना भी विभिन्न माध्यमों से प्रशासन द्वारा दी जाएगी। तब तक आपको घर पर रहकर इंतजार करना होगा। किसी के बहकावे में नहीं आना है।

प्राइवेट गाड़ी से जा सकते हैं क्या?
आपको निजी वाहन से जाने की अनुमति भी इसी तरह मिल सकती है। इसके लिए भी तय प्रक्रिया में आवेदन करना होगा, जिसमें गाड़ी का नंबर और ड्राइवर की जानकारी भी देनी होगी।

गांव जाने वाले ‘फॉर्म’ के नाम पर ठगी
दूसरी ओर भाईंदर के नवघर रोड पुलिस ने एक व्यक्ति को गांव जाने के ‘फॉर्म’ के नाम पर फैक्ट्री मजदूरों के साथ ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। शनिवार को चंद्रशेखर जाधव नाम का शख्स जयअंबे इंडस्ट्रियल क्षेत्र में फैक्ट्री मजदूरों से ये कहकर 200-200 रुपये जमा करने लगा कि उनके फॉर्म को भरकर उनके मूल राज्य में जाने की व्यवस्था की जाएगी। हजारों लोगों ने घर जाने के लालच में उसे 200 रुपये दे दिए।

गौरतलब है कि आरोपी ने सभी पीड़ितों को 200 रुपये की रसीद भी दी है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रकाश विराजदार ने बताया कि आरोपी पर महाराष्ट्र कोविड-19 एक्ट के अलावा आईपीसी 269, 270 तथा अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।