उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य UP: ईडी दर्ज करेगा, विकास दुबे के परिवार और साथियों के खिलाफ धनशोधन का मामला 11th July 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली/लखनऊ: कानपुर के बिकरू गांव के कुख्यात अपराधी विकास दुबे, उसके परिवार के सदस्यों और साथियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) धनशोधन का मामला दर्ज करने के लिए तैयार है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि लखनऊ में स्थित एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय ने छह जुलाई को इस संबंध में कानपुर पुलिस को पत्र लिखकर दुबे और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ दायर सभी प्राथमिकियां और आरोप पत्र तथा इन सभी मामलों की ताजा जानकारी मांगी है.अधिकारियों ने कहा कि आरोप है कि विकास दुबे ने अपने और अपने परिवार के नाम पर अपार बेनामी संपत्ति अर्जित की है. उन्होंने कहा कि ईडी जल्द ही विकास दुबे, उसके सहयोगियों और परिवार के सदस्यों द्वारा कथित रूप से किये गये अपराध की जांच के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत शिकायत दर्ज करके यह पता लगायेगा कि क्या बाद में इस धन का उपयोग अवैध रूप से चल और अचल संपत्ति अर्जित करने लिए तो नहीं किया गया. उत्तर प्रदेश और उससे लगे कुछ इलाकों में दुबे और उसके परिवार से जुड़ी दो दर्जन से अधिक नामी और ‘बेनामी’ संपत्तियां, बैंक में जमाराशि और सावधि जमा पर केंद्रीय जांच एजेंसी की नजर है. अधिकारियों ने कहा कि कुछ जानकारियां साझा की जा चुकी हैं, जबकि एजेंसी कुछ और जानकारी हासिल कर रही है. उन्होंने कहा कि ईडी अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों से दुबे और अन्य लोगों की संभावित विदेशी संपत्ति के बारे में विवरण भी मांग रहा है.इसके अलावा विभिन्न बैंकों से खातों का विवरण भी मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि भले ही विकास दुबे की मौत हो गयी हो, लेकिन धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत एजेंसी को धनशोधन अपराध और इस आपराधिक गतिविधियों से अर्जित की गयी संपत्तियों को लेकर मुख्य अपराधी के साथियों के खिलाफ जांच की अनुमति है. अधिकारियों ने कहा कि पीएमएलए कानून की धारा-72 में मृत्यु या दिवालियेपन की सूरत में भी मुकदमा जारी रखने का प्रावधान है. अधिकारियों का कहना है कि विकास दुबे के खिलाफ पुलिस में लगभग 60 प्राथमिकियां दर्ज हैं. इनमें तीन जुलाई की मध्यरात्रि कानपुर जिले के चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गांव में उसके घर पर हमले में आठ पुलिसकर्मियों की मौत के संबंध में दर्ज प्राथिमिकी भी शामिल है. गौरतलब है किए यूपी पुलिस का एक दल विकास दुबे को आपराधिक मामले में गिरफ्तार करने गया था. इस दौरान दुबे और उसके साथियों ने छत पर से उन पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी. पांच लाख रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर को गुरुवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था. वहां से कोर्ट में पेशी के लिए लाते वक्त कानपुर शहर से पहले ही सचेंडी के पास उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने शुक्रवार को विकास दुबे (47) को कथित मुठभेड़ में मार गिराया था. Post Views: 186