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UP: जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, 6 लोगों की हत्या से दहला देवरिया!

गिड़गिड़ाते रहे मासूम, नहीं पसीजा हत्यारों का दिल; मां-बाप के सामने ही किया कत्ल!

देवरिया: देवरिया जिले में सोमवार को बड़ी वारदात हुई। यहां रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में जमीनी विवाद में पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि सभी एक ही परिवार के थे, सोमवार सुबह घर के बाहर ही सभी को गोली मारी गई। वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। घटना को लेकर छानबीन की जा रही है। पूरे इलाके में हड़कंप मचा है। घटनास्थल पर चीख-पुकार से पूरा गांव में मातम का माहौल है। मृतकों में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव भी शामिल है।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना सोमवार की सुबह करीब 7:00 बजे के आसपास की बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि सुबह-सुबह दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हुआ और विवाद इस कदर बढ़ गया कि ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगीं। सूचना मिलते ही आनन-फानन में डीएम से लेकर एसपी तक सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। देखते ही देखते पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया।मौके पर पीएसी सहित भारी संख्या में पुलिस मौजूद है। घटना के बाद गांव में तनाव बढ़ गया है और दहशत का माहौल व्याप्त है।

पूरा मामला दो परिवार प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे से जुड़ा हुआ है। दो जातियों का होने के चलते गांव और आसपास जबरदस्त तनाव है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सीएम योगी ने लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा है। दोनों अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। संजय प्रसाद ने कहा है कि इस मामले में अफसरों की लापरवाही की जांच की जा रही है। जो भी जिम्मेदार होगा उसे बक्शा नहीं जाएगा। उस पर एक्शन लिया जाएगा। वहीं, प्रशांत कुमार ने बताया कि 14 लोग हिरासत में लिए गए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। सीएम योगी खुद गोरखपुर में हैं। वह पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं।

15 घंटे बाद किया गया अंतिम संस्कार
सोमवार देर रात 10 बजे रामपुर कारखाना क्षेत्र के पटना घाट पर सत्यप्रकाश दुबे उनकी पत्नी और तीनों बच्चों के शवों का 15 घंटे बाद अंतिम संस्कार कराया गया। इस दौरान जिला प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद रही।

जानिए- क्या है पूरा मामला?
दरअसल, हुआ यूं कि सोमवार सुबह 6 बजे प्रेम यादव का शव गली में पड़ा मिला। उनकी गला काटकर हत्या की गई थी। हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं था? लेकिन, यादव परिवार का शक सत्य प्रकाश दुबे पर गया। इसकी वजह थी कि प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। प्रेम यादव सुबह इसी विवाद के चलते सत्य प्रकाश के घर गए हुए थे। उसके बाद सत्य प्रकाश दुबे के घर से करीब 20 मीटर दूर प्रेम यादव का शव पड़ा मिला।

प्रेम यादव की लाश मिलने के बाद उनके परिजन-रिश्तेदार आग-बबूला हो गए। 20-25 की संख्या में यादव कुनबे के लोग हाथ में लाठी-बंदूक और गड़ासा लेकर सत्य प्रकाश के घर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गुस्साई भीड़ को आता देखकर सत्य प्रकाश ने घर का दरवाजा बंद कर लिया। बदले की आग में गुस्साए परिजन दरवाजा तोड़कर सत्य प्रकाश के घर में घुस गए। इसके बाद जो सामने आता गया उस पर वार शुरू कर दिए। हमलावर एक-एक की हत्या करते जा रहे थे। सत्य प्रकाश के घर पर जब हमला हुआ उस वक्त 6 लोग थे। हमलावरों ने पूरे परिवार को मार दिया। सिर्फ 8 साल का बच्चा अनमोल जिंदा बचा है, उसकी भी हालत गंभीर है।

ग्रामीणों के मुताबिक, हमलावर वहशी हो चुके थे। उन्होंने बच्चों, महिला और बच्चियों तक को नहीं बख्शा। सबसे पहले सत्य प्रकाश दुबे ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उनको गोली मारी। फिर उन पर गड़ासे से वार किए। सत्य प्रकाश को बचाने आई उनकी पत्नी किरण पर भी हमलावर टूट पड़े। उसका गला काट दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

इसके बाद हमलावरों ने सत्य प्रकाश की बेटी सलोनी (18) को गोली मारी और चाकू से वार किए। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद 10 साल की बेटी नंदनी और 15 साल के बेटे गांधी को भी मार डाला। सबसे आखिर में 8 साल के बेटे अनमोल पर हमला किया। उस पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए। हालांकि, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी सांसें चल रही थीं। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया। इस जघन्य हत्याकांड की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। 6 लोगों की हत्या की खबर सुनकर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। तब तक ज्यादातर हमलावर मौके से भाग गए थे। सत्य प्रकाश दुबे का पूरा घर खून से सना हुआ था। लाशें इधर-उधर बिखरी हुईं थीं। पूरे घर में चारों तरफ खून ही खून दिखाई पड़ा रहा था, ऐसा लग रहा था मानो नरसंहार किया गया है। पुलिस ने सभी को चेक किया तो सिर्फ अनमोल की सांस चल रही थी।

जुटी भीड़ देखती रही…बचाने की हिम्मत नहीं की!
ग्रामीणों ने बताया कि हमलावर इतने अक्रामक थे कि किसी की सत्य प्रकाश के परिवार को बचाने की हिम्मत नहीं हुई। हमलावर लगातार फायरिंग कर रहे थे और धारदार हथियारों के साथ लगातार लोगों को धमका रहे थे। हालात यह थे कि घर के बाहर भीड़ तो थी, लेकिन कोई बचाने आगे नहीं आया। बताया जा रहा है कि 20-25 मिनट के अंदर ही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने दो हमलावर को गिरफ्तार भी किया है।

6 हत्याओं की इस रंजिश का कारण…सिर्फ एक खेत!
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों परिवार के बीच यह विवाद 7 साल से चला आ रहा है। फतेहपुर गांव का रहने वाले प्रेम यादव राजनीति में सक्रिय होने के साथ जमीन खरीद फरोख्त का काम भी करता था। उन्होंने गांव में भी कई लोगों के खेत खरीदे हैं। सत्य प्रकाश दुबे का एक भाई साधु दुबे है।
प्रेम यादव ने साधु दुबे की जमीन अपने नाम लिखवा ली थी। इसे लेकर सत्य प्रकाश दुबे लगातार विरोध करता था। उनका कहना था कि मेरा भाई का दिमाग इस लायक नहीं है कि वह जमीन बेच सके। जिस खेत को प्रेम यादव ने लिखवाया था वह घर के पास ही था। सात साल पहले भी इसी खेत को लेकर पंचायत हो चुकी थी। तब दोनों में समझौता हो गया था। रविवार को सत्य प्रकाश दुबे उसी खेत की फसल काटने गए थे, जिसे लेकर भी विवाद हुआ था।

आसपास के कई गांव में तनाव
एक ही गांव में छह लोगों की हत्या के बाद से माहौल तनावपूर्ण है। पूरा गांव दो गुटों में बंटा है। हालात और न बिगड़े इसलिए कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात कर दी गई है। पूरा गांव छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस ने सबसे पहला काम तत्काल प्रभाव से गांव से शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे हैं।

SP बोले- टीम गठित, जल्द पकड़े जाएंगे हत्यारे
एसपी डॉ. संकल्प शर्मा ने बताया कि पुलिस मौके पर है। मामला दो जातियों के बीच है। ऐसे में गांव में तनाव है। पुलिस की टीम गठित की गई है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बाकी के बारे में भी पता किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने जताया दु:ख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दु:ख जताया है और पीड़ित परिवार के लिए संवेदना व्यक्त की। सीएम ने पुलिस अधिकारियों को इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए, पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने की भी बात कही है। मुख्यमंत्री खुद इस घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद से पल पल की जानकारी ले रहे हैं।