उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य UP बोर्ड की इंटर की भी परीक्षा रद, 12वीं के विद्यार्थी भी होंगे प्रोन्नत 3rd June 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this लखनऊ: कोरोना वायरस संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन के कारण पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद सीबीएसई तथा सीआइएससीई के कक्षा 12 की परीक्षा के रद करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इंटरमीडिएट की परीक्षा को रद कर दिया है। उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने हाई स्कूल के बाद इंटरमीडिएट की परीक्षा भी निरस्त कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से हमने कक्षा 12वीं की परीक्षा को रद करने का यह निर्णय लिया है। वर्तमान शैक्षिक सत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा। सीएम योगी के साथ उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ करीब 30 मिनट बैठक चली। 10:30 बजे शुरू हुई बैठक 11:00 बजे समाप्त हुई। शिक्षा बोर्ड की कमेटी ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश की। इसमें परीक्षा रद करने के बाद परीक्षार्थियों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए हैं। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीब आधा घंटा की बैठक के बाद प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक परिषद यानी यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा को भी रद कर दिया। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला तथा शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद थीं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के करीब सौ वर्ष के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कक्षा 10 तथा कक्षा 12 की परीक्षा को रद किया गया। अब यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के विद्यार्थी भी अगली कक्षाओं में प्रोन्नत होंगे। औपचारिक घोषणा शाम तक की जाएगी लेकिन विद्यार्थियों की प्रोन्नति का रास्ता साफ हो गया है। 12वीं की परीक्षा रद करने का फैसला छात्र हित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा था कि उनकी सरकार द्वारा इस साल सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने का निर्णय एक व्यापक परामर्श प्रक्रिया के बाद लिया गया और यह छात्रों के हित में सबसे अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश भर से कई तरह के फीडबैक मिले उन्हीं के आधार पर यह छात्र-हितैषी निर्णय लिया गया। Post Views: 182