उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य अखिलेश सरकार में मंत्री रहे गायत्री व MLC रमेश मिश्रा के घर समेत उप्र व दिल्ली में 22 स्थानों पर CBI का छापा 12th June 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this CBI ने यह कार्रवाई खनन घोटाले को लेकर की है… लखनऊ, दुष्कर्म के मामले में जेल में निरुद्ध चल रहे उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी में आवास विकास कॉलोनी स्थित आवास और सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के हमीरपुर स्थित आवास समेत उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 22 स्थानों पर CBI टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि सीबीआइ ने यह कार्रवाई खनन घोटाले को लेकर की है, जिसमें गायत्री प्रजापति के 3 ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। अमेठी में CBI की 14 सदस्यों की टीम ने गायत्री के घर से सघन तलाशी लेते हुए विभिन्न कागजात व अभिलेख बरामदगी के साथ उनके कार्यालय का कम्प्यूटर भी सील कर दिया है।हमीरपुर में भी CBI ने खनन घोटाले को लेकर जिले में छापेमारी की है। सपा से एमएलसी रमेश मिश्रा के पैतृक गांव इमिलिया में सुबह सात बजे पहुंची टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक घर की तलाशी ली और लोगों से पूछताछ की। इसके बाद राठ पहुंचकर सीबीआइ टीम ने कस्बे के जुगयाना मोहल्ला में रहने वाले जगदीश राजपूत, चरखारी रोड के मदन राजपूत, ददरी और सिकंदरपुर मोहल्ला स्थित राकेश दीक्षित के मकान में छापेमारी की। टीम ने बुधवार को पांचवीं बार छापेमारी की। टीम ने इमिलिया स्थित मौजूद एमएलसी के घर में मौजूद उनके परिवारजनों से पूछताछ की। साथ ही, सोफे व बेड में पड़े गद्दे आदि को भी हटाकर तलाशी ली। वहीं, घर में बनी अलमारी को ताला तुड़वाकर खंगाला।सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति का नाम चर्चा में रहा था। खनन मामले को लेकर उनके खिलाफ कई शिकायतें हुई थी। कहा जा रहा है कि अवैध खनन मामलों की जांच को लेकर सीबीआइ की टीम ने छापेमारी की है। फिलहाल अधिकारी गायत्री के परिजनों से पूछताछ कर रहे हैं। पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के कार्यालय पर लगे कम्प्यूटर को सीबीआई ने सील कर दिया और अन्य जरूरी कागजात कब्जे में ले लिया। यही नहीं पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त की जांच भी चल रही है। पूर्व मंत्री को दुष्कर्म के आरोप में जेल जाना पड़ा। तब से लेकर आज तक उनकी मुश्किलें कम नहीं हुईं और वह जेल में ही हैं। बुधवार की सुबह ग्यारह बजे के करीब अमेठी स्थित आवास विकास कॉलोनी के उनके आवास पर सीबीआई टीम ने छापेमारी की। शुरू में तो किसी को पता ही नहीं चला कि आखिर हो क्या रहा है। सीबीआइ दल ने छापेमारी के संबंध में स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भी कोई सूचना नहीं दी। CBI ने अपने साथ गायत्री प्रसाद प्रजापति के भतीजे सुरेंद्र प्रजापति को ले रखा था।सुरेंद्र ने ही सारे कमरों और अलमारियों की चाबी सीबीआइ को उपलब्ध कराई। CBI के अधिकारियों ने विभिन्न कमरों में जाकर के अलमारियों से कागजात व अन्य अभिलेख जप्त कर लिए हैं। CBI द्वारा छापेमारी की खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस संबंध में सीबीआइ के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।इसी साल जनवरी में उत्तर प्रदेश में हुए खनन घोटाले की सीबीआइ जांच में बड़ा राजफाश हुआ था। हमीरपुर की डीएम रहते हुए आइएएस बी. चंद्रकला पर दस अन्य लोगों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रचते हुए अवैध खनन करवाने का मामला सामने आया था।समाजवादी पार्टी की सरकार में अवैध खनन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2016 में यूपी में अवैध खनन की जांच के आदेश दिए। यूपी के सात प्रमुख जिलों में अवैध खनन की शिकायत इलाहाबाद कोर्ट को मिली थी। उस दौरान फतेहपुर, देवरिया, शामली, कौशांबी, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में अवैध खनन का मामला सामने आया था। हमीरपुर मामले में दो जनवरी, 2019 को सीबीआइ के डिप्टी एसपी केके शर्मा ने केस दर्ज कराया था। इसी केस में 5 जनवरी को CBI ने आइएएस बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित फ्लैट सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी कानपुर, लखनऊ, हमीरपुर, जालौन, नोएडा में भी हुई थी। ED ने भी दर्ज किया है मुकदमाउत्तर प्रदेश में खनन घोटाले में सीबीआइ के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच कर रहा है। ईडी ने चंद्रकला व रमेश मिश्र समेत 11 लोगों के विरुद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर रखा है। इन सभी 11 लोगों के विरुद्ध सबसे पहले सीबीआइ ने आइपीसी की धारा 120बी, 379, 384, 420 व 511 तथा एंटी करप्शन एक्ट की धारा 13 (2) व 13 (1) (डी) के तहत मुकदमा दर्ज किया था। सीबीआइ की जांच भी साथ-साथ चल रही है। Post Views: 208