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महाराष्ट्र के पहले ‘ओमिक्रोन’ मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव, अस्‍पताल से मिली छुट्टी

ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रहने वाले ओमिक्रोन वैरिएंट के पहले मरीज के स्‍वस्‍थ होने के बाद अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई है। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि कल्‍याण डोंबिवली नगर निगम इलाके के 33 वर्षीय मरीन इंजीनियर, नवंबर के आखिरी सप्‍ताह में दुबई के रास्‍ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे थे, जहां उनका आरटीपीसीआर टेस्‍ट किया गया था। जब वह दिल्‍ली एयरपोर्ट से मुंबई पहुंचे तब दिल्‍ली एयरपोर्ट के अधिकारियों ने उन्‍हें संक्रमित होने की जानकारी दी थी।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जीनोम अनुक्रमण के लिए जो सैंपल भेजा था उसमें ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई थी। कल्याण डोम्बिविली नगर निगम के आयुक्त डॉ विजय सूर्यवंशी ने बताया कि ओमिक्रोन की पुष्टि के बाद मरीन इंजीनियर को कल्याण शहर के कोविड19 देखभाल केंद्र में भर्ती करवाया गया था। अधिकारियों ने कहा कि उनके नमूने की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बुधवार शाम 6 बजे उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

बता दें कि ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 10 है। राज्‍य के कई एयरपोर्ट्स पर हजारों लोगों की कोविड19 की स्‍क्रीनिंग करने के बाद ये मामले सामने आए हैं। भारत में अभी तक ओमिक्रॉन के 21 मामले सामने आये हैं।
राज्य के स्वास्थ्य निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप आवटे ने कहा, कई हवाई अड्डों पर कोविड19 के लिए लगभग 30,000 यात्रियों की जांच की गई। 10 लोग अब तक Omicron के परीक्षण में पॉजिटि‍व निकले हैं। कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने और वैक्सीनेशन पूरा कराने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। नए वैरिएंट के मामले बढ़ने के बीच कल्याण डोंबिवली नगरपालिका (केडीएमसी) के प्रमुख विजय सूर्यवंशी ने सोमवार को कहा कि ठाणे जिले के इस महानगरपालिका क्षेत्र में हाल में विदेश से 295 लोग लौटे थे जिनमें से फिलहाल, 109 का पता नहीं चल सका है। सूर्यवंशी ने कहा कि इनमें से कुछ लोगों के मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं जबकि कई लोगों की ओर से दिए गए पते पर ताला लगा हुआ है।
सूर्यवंशी ने कहा कि दूसरे देश से आनेवाले लोगों के लिए गाइडलाइंस बनाई गई है जिसमें ओमिक्रॉन को लेकर खतरे वाले देशों से कल्याण डोंबिवली नगरपालिका लौटे लोगों को सात दिन तक घर में पृथक-वास यानी क्वारंटीन में रहना होता है और आठवें दिन उनकी कोविड-19 की जांच की जाती है। यहां तक ​​​​कि अगर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उन्हें फिर 7 दिन क्वारंटीन रहना पड़ेगा।
सूर्यवंशी ने कहा कि गाइडलाइंस का सही से पालन हो रहा है या नहीं, यह सुनिश्चित करना हाउसिंग सोसाइटी के सदस्यों की जिम्मेदारी है नियमों का उल्लंघन रोकने के लिए विवाह, सभा और विभिन्न आयोजनों पर नज़र रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि KDMC में लगभग 72 प्रतिशत लोगों ने टीके की पहली खुराक ले ली है और 52 प्रतिशत लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है। इसके साथ ही कोविड 19 के गाइडलाइंस का पालन करने के लिए लोगों को कहा जा रहा है।