दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरशहर और राज्य …अब ED के निशाने पर MNS प्रमुख राज ठाकरे 30th July 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this कोहिनूर टॉवर्स से जुड़े मामले में (ईडी) कर सकती है राज ठाकरे को तलब? मुंबई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सरकारी क्षेत्र की कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग ऐंड फाइनैंसियल सर्विसेज (आईएल एंड एफएस) द्वारा मुंबई की कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी को दिए 860 करोड़ रुपये के लोन और इन्वेस्टमेंट की जांच में लगी है। गौरतलब है कि कोहिनूर सीटीएनएल दादर में कोहिनूर टॉवर्स के कंस्ट्र्क्शन में लगी है और यह कंपनी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व शिवसेना नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी की है।एजेंसी कंपनी की शेयर होल्डिंग और उसके इन्वेस्टमेंट की बारीकी से जांच कर रही है। बता दें कि कोहिनूर मिल्स नंबर 3 को खरीदने के लिए शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी, एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे और उनके एक अन्य बिजनस सहयोगी ने मिलकर एक कन्सोर्टियम गठित किया था। इसमें आईएल ऐंड एफएस ग्रुप ने भी काफी बड़ी रकम निवेश की थी। MNS चीफ राज ठाकरे ने भी बेच दिए थे अपने शेयरसूत्रों के मुताबिक, आईएल ऐंड एफएस ग्रुप ने उनकी कंपनी में 225 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इसके बाद साल 2008 में इसने बड़ा नुकसान उठाते हुए कंपनी में अपने शेयर्स को महज 90 करोड़ रुपये में सरेंडर कर दिया। उसी साल राज ठाकरे ने भी अपने शेयर बेच दिए थे और कंसोर्टियम से बाहर निकल गए थे। अपना शेयर सरेंडर करने के बाद भी आईएल ऐंड एफएस ग्रुप ने कोहिनूर सीटीएनएल को एडवांस लोन दिया, जिसे कथित तौर पर कोहिनूर सीटीएनएल चुका नहीं पाया। साल 2011 में कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी ने अपनी कुछ संपत्तियां बेचकर 500 करोड़ रुपये का लोन चुकाने के समझौते पर साइन किया। इस समझौते के बाद आईएल ऐंड एफएस ग्रुप ने कोहिनूर सीटीएनएल को 135 करोड़ रुपये का और लोन दे दिया। मामले में ईडी ने कोहिनूर सीटीएनएल के सीएओ का बयान रिकॉर्ड किया है। इसके अलावा और जानकारी के लिए उनसे कभी भी पूछताछ की जा सकती है। Post Views: 193