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ओडिशा ट्रेन हादसा: अब तक 261 लोगों की मौत; रेल मंत्री ने लिया स्थिति का जायज़ा

भुवनेश्वर: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार को ओडिशा के बालासोर जिले में ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना का जायजा लेने पहुंचे। हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है। दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि हमारा मुख्य ध्यान घायलों के बचाव, उपचार और यात्रियों की जानकारी उनके रिश्तेदारों तक पहुंचाने की है। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। रेल मंत्री ने कहा कि घटना की विस्तृत उच्च-स्तरीय जांच की जाएगी और रेल सुरक्षा आयुक्त भी इस दुर्घटना की स्वतंत्र जांच करेंगे।

इस हादसे को पिछले 15 वर्षों में देश में हुई सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है। दुर्घटना के कारण के बारे में पूछे जाने पर, जिसमें 900 से अधिक लोग घायल हो गए, मंत्री ने कहा, जांच पूरी होने के बाद ही कारण का पता लगाया जा सकता है।
इस बीच, स्थिति और बचाव अभियान की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

ओडिशा सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा, बहानागा में दु:खद रेल दुर्घटना के मद्देनजर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक का आदेश दिया है। इसलिए राज्य में तीन जून को कोई राज्य उत्सव नहीं होगा।
बता दें कि ‘कोरोमंडल एक्सप्रेस’ और ‘एसएमवीटी-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस’ के पलटे हुए 17 डिब्बों को यह देखने के लिए हटाया जा रहा है कि कहीं कोई अब भी डिब्बों के नीचे फंसा तो नहीं है।

2022 में केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया था कि नई तकनीक ‘कवज’ से अब ट्रेन हादसे को रोका जा सकेगा?

सीएम ममता बनर्जी देंगी 5-5 लाख रुपए की मदद
पश्चिम बंगाल की सीएम व पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी शनिवार को बालासोर पहुंची, जहां भीषण ट्रेन दुर्घटना हुई है। सीएम ने इसे सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा बताया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में ममता बनर्जी ने मीडिया से बात की। इस दौरान सियासत भी देखने को मिली और दो बार ऐसा भी हुआ जब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें टोका। ममता बनर्जी एक के बाद एक आरोप लगाए जा रहीं थीं। उन्होंने कहा कि रेलवे में तालमेल की कमी है। इसके साथ ही उन्होंने 500 से ज्यादा रेल यात्रियों के मरने की आशंका व्यक्त की। ममता बनर्जी जब बोल रहीं थीं तब रेल मंत्री की ओर से पलटवार नहीं किया गया। हालांकि, ममता बनर्जी फिर बोलती रहीं और कहा कि जरूरत पड़ेगी तो वह रेलवे को सलाह भी दे सकती हैं।

ममता बनर्जी ने कहा कि रेलवे का एक सिस्टम है इस तरह के हादसे में मारे गए लोगों को 15 लाख मिलता है। 10 कि 15…उन्होंने रेल मंत्री से पूछा? जिसके बाद रेल मंत्री की ओर से कहा गया कि दस। ममता बनर्जी ने कहा कि इस हादसे में 500 लोगों के मारे जाने की आशंका है। इसके बाद दोबारा रेल मंत्री ने उन्हें टोका। कहा कि आंकड़ा ऐसा नहीं है।

इसके बाद ममता बनर्जी की ओर से कहा गया कि अभी 3 डिब्बा क्लियर नहीं हुआ है। उसके बाद अश्विनी वैष्णव कहते हैं कि सब क्लियर हो चुका है। इसके बाद ममता ने केंद्र पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि रेलवे हमारे बच्चे की तरह है वह सलाह भी दे सकती है। इस ट्रेन में एंटी कोलेजन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपए देंगे। सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हमने 70 एंबुलेंस, 40 चिकित्सक और नर्स घायलों की मदद के लिए पहले ही भेज दिए हैं। हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे।

गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने तथा एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 261 हो गई है। यह हादसा भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है।