मुंबई शहरशहर और राज्यसामाजिक खबरें करवा चौथ: आज होगा चाँद का दीदार, जानें- क्या है शुभ मुहूर्त 17th October 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, गुरुवार को पूरे देश में करवा चौथ का व्रत मनाया जा रहा है। ये दिन सुहागिन स्त्रियों को लिए काफी अहम होता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं उपवास करते हुए अपनी पति की लंबी आयु की कामना करती हैं।करवा चौथ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, ‘करवा’ यानी ‘मिट्टी का बरतन’ और ‘चौथ’ यानि ‘चतुर्थी’। इस बार करवा चौथ पर कई विशेष संयोग बन रहे हैं। आइये जानते हैं इसबार का करवा चौथ कैसे और भी ज्यादा खास बनाएं। करवा चौथ की कथा सुनने से मिलता है संतान सुखइस त्योहार पर मिट्टी के बरतन यानी करवे का विशेष महत्व बताया गया है। माना जाता है करवा चौथ की कथा सुनने से विवाहित महिलाओं का सुहाग बना रहता है, उनके घर में सुख, शांति, समृद्धि और संतान सुख मिलता है। इस बार का करवा चौथ का व्रत बेहद खास रहने वाला है क्योंकि 70 साल बाद करवा चौथ पर शुभ संयोग बन रहा है। इसबार रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगलवार का योग होना करवा चौथ को अधिक मंगलकारी बना रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार, रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कण्डेय ओर सत्याभामा योग भी बन रहा है। पहली बार करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए यह व्रत बहुत अच्छा है। महिलाएं पूरे दिन रखती हैं निर्जला व्रत चंद्रमा की 27 पत्नियों में से उन्हें रोहिणी सबसे ज्यादा प्रिय है। यही वजह है कि यह संयोग करवा चौथ को और खास बना रहा है। इसका सबसे ज्यादा लाभ उन महिलाओं को मिलेगा जो पहली बार करवा चौथ का व्रत रखेंगी। करवाचौथ की पूजा के दौरान महिलाएं पूरा दिन निर्जला व्रत करके रात को छलनी से चंद्रमा को देखने के बाद पति का चेहरा देखकर उनके हाथों से जल ग्रहण कर अपना व्रत पूरा करती हैं। करवा चौथ को चंद्रोदय शाम 8.15 बजे होगाकरवा चौथ पूजा मुहूर्त 17.50.03 से 18.58.47 तक है। अवधि एक घंटा 8 मिनट। चतुर्थी तिथि 17 अक्टूबर की भोर 5.21 बजे लग रही है जो 18 की भोर 5.29 बजे तक रहेगी। इस व्रत में चंद्र को अर्घ्य देने का विधान है। चंद्रोदय शाम 8.15.59 बजे हो रहा है, इसी समय चंद्र को अर्घ्य दान किया जाएगा। Post Views: 245