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‘कांग्रेस-एनसीपी’ की गोद में बैठने वाले…हमें बता रहे खंजर घोंपने वाले; उद्धव ठाकरे के वार पर CM शिंदे का पलटवार

मुंबई, (राजेश जायसवाल): महाराष्ट्र की राजनीति में वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे गुट के बीच तनाव दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है.


रविवार शाम को मुंबई के कालाचौकी इलाके में अभ्युदय नगर स्थित शिवसेना की शाखा का उद्घाटन करने पहुंचे शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, शिंदे गुट और बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘शिंदे गुट’ पार्टी ही नहीं चुरा रहे, उनके पिता को भी चुराने निकले हैं. वे मर्द नहीं चोर हैं…बागी नहीं गद्दार हैं! उन्होंने शिवसेना की पीठ पर खंजर घोंपा है. उद्धव ठाकरे ने भारी संख्या में एकत्रित भीड़ से पूछा…जो लोग हमें छोड़कर गए उन्हें क्या कहा जाए? जवाब आया- ‘गद्दार’…पार्टी प्रमुख ठाकरे ने कहा कि लोकप्रतिनिधियों को जनता के बीच आजाद घुमना चाहिए, लेकिन वे (शिंदे गुट के विधायक) केंद्र की सुरक्षा लेकर घुम रहे हैं. आगे उन्होंने कहा जब-जब शिवसेना पर संकट आया है, शिवसेना और मजबूत होकर उभरी है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब लड़ाई पैसे और निष्ठा के बीच शुरू हुई है. मेरे शिवसैनिक सामान्य लोग हैं लेकिन वे असामान्य लड़ाई जीत कर दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी को मुंबई पर राज करना है. इसलिए शिवसेना को तोड़ने की साजिश रची गई है. हिंदू-हिंदू में फूट डाला जा रहा है. मराठी माणूस को तोड़ा जा रहा है. शिवसेना से ठाकरे के नाम को तोड़ा जा रहा है. अफसोस कि इस साजिश में वे गद्दार लोग शामिल हो गए, जिन्हें शिवसेना ने बड़ा किया है. उद्धव ठाकरे ने आगे यह भी कहा है कि हिम्मत है तो वे ठाकरे नाम की बजाए अपने माता-पिता के नाम पर नया अस्तित्व बना कर दिखाएं. इस मौके पर उद्धव की पत्नी रश्मि ठाकरे भी साथ में मौजूद थीं.

अब सीएम एकनाथ शिंदे ने जवाब में कहा कि हम जैसे असंख्य शिवसैनिकों के लिए बालासाहेब ठाकरे पिता समान थे. उनसे ही हमारी पहचान थी और रहेगी. उन्होंने भी शिवसेना को एक परिवार माना था और वे इस परिवार के प्रमुख थे. इसलिए बालासाहेब का नाम लेने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता. सीएम एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि जो कांग्रेस-एनसीपी की गोद में जाकर बैठ गए, हिंदुत्व विरोधी ताकतों के बिछाए भंवर में अटक कर लेट गए, वे बता रहे कि हमने शिवसेना की पीठ पर खंजर घोंपा है. जो बालासाहेब के विचारों से समझौता कर चुके, वे हम पर इल्ज़ाम लगा रहे कि हमने दिया धोखा है. हमने ‘हिंदुत्व छोड़कर नहीं बदले हैं पाले, हम ही हैं सही मायने में बालासाहेब के विचारों के रखवाले’.

‘बालासाहेब हम शिवसैनिकों के लिए पिता समान, लेते रहेंगे उनका नाम’
एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि वक़्त आने पर वे बताएंगे कि किसने किसकी पीठ पर खंजर घोंपा है. अभी से क्या बताएं कि धनुष से निकला बाण छाती के कितने अंदर तक पहुंचा है.
दरअसल, एकनाथ शिंदे कल दिल्ली रवाना होने से पहले मुंबई के रंगशारदा ऑडिटोरियम के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. वहां महाराष्ट्र के धनगर समाज ने ओबीसी रिजर्वेशन लागू करवाने के लिए उनका सम्मान किया था. इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया और उद्धव ठाकरे के आरोपों पर प्रतिक्रियाएं मांगी, तब सीएम शिंदे ने ये बयान दिए.

बता दें कि उद्धव ठाकरे ही नहीं युवा नेता आदित्य ठाकरे भी अपनी ‘शिवसंवाद’ यात्रा में लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि जिस शिवसेना ने शिंदे गुट के नेताओं को इतना बड़ा किया आज वे लोग ही शिवसेना को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं!