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देश की राजधानी दिल्ली में मासूम के साथ दरिदंगी, सीएम केजरीवाल ने किया 10 लाख का ऐलान!

नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पश्चिम विहार वेस्ट के पीरागढ़ी इलाके में हैवानियत का शिकार हुई 13 साल की मासूम से मिलने एम्स पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डाक्टरों की टीम से बच्ची की हालात के बारे में पूछा, साथ ही परिवार वालों को हर संभव मदद का भरोसा देते हुए 10 लाख रुपये की ऐलान किया।
सीएम केजरीवाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि मासूम की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। आने वाले 24 से 48 घंटे उसके लिए काफी अहम है। मैंने पुलिस कमिश्नर से बात की है। पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। सरकार आरोपियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करेगी। सरकार ने उसके परिवार के सदस्यों को 10 लाख रुपये देने की घोषणा दी है। केजरीवाल ने कहा कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए दिल्ली सरकार बड़े से बड़ा वकील खड़ा करेगी। उधर, दिल्ली में बढ़ते अपराध को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एम्स के बाहर केजरीवाल का घेराव किया।

सीएम केजरीवाल को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेरा
उधर सीएम अरविंद केजरीवाल जैसे ही दरिंदगी का शिकार हुई बच्ची से मिलने एम्स पहुंचे, वैसे ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में बढ़ते महिला और बाल अपराध को लेकर दिल्ली सरकार का पुरजोर विरोध किया। विरोध के बीच ही केजरीवाल एम्स परिसर के अंदर घुसे और बच्ची के परिजनों से मुलाकात की।

गंभीर ने दोषियों के लिएं मांगी मौत की सजा
बीजेपी नेता और सांसद गौतम गंभीर ने 13 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने 12 साल की बच्ची के साथ हैवानियत की है, उनके लिए मौत से कम कोई सजा नहीं है। उन्होंने पीड़िता के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही पीड़िता को जल्द न्याय मिलने की गुहार भी लगाई है।

बता दें कि पश्चिम विहार वेस्ट के पीरागढ़ी इलाके में एक 13 साल की मासूम के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। बच्ची कमरे में अकेली थी। इसी दौरान उसके साथ दरिंदगी हुई। विरोध करने पर न सिर्फ कैंची से उसके सिर और शरीर को गोद डाला, बल्कि अंदेशा है कि उसके साथ निर्भया जैसी वारदात को अंजाम दिया गया।
खून से लथपथ बच्ची को मरा हुआ समझकर आरोपी वहां से फरार हो गया। बच्ची के साथ क्या कुछ गुजरा होगा, यह इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि काफी देर तक बेसुध हालत में कमरे में सिसकती रही। उसके बाद जैसे-तैसे वह कमरे से घिसटते हुए बाहर आई और पड़ोसी के दरवाजे को खटखटाकर इशारे से खुद की हालत बयां करते हुए फिर से बेहोश हो गई। उसके निजी अंगों से लगातार खून बह रहा था। बच्ची की हालत देखकर पड़ोसी भी डर गए। तुरंत ही मामले की सूचना पुलिस को दी।

महिला आयोग ने पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल?
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दो दिन पहले पश्चिम दिल्ली में एक लड़की के साथ कथित रूप से यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी में कथित देरी को लेकर पुलिस पर सवाल उठाए। पुलिस ने बताया था कि 13 वर्षीय लड़की पर मंगलवार शाम विहार इलाके में उसके घर पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था। मालीवाल ने गुरुवार को एम्स में लड़की से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि लड़की की हालत बहुत गंभीर थी और डॉक्टर कह रहे थे कि उन्हें यकीन नहीं था कि वह बच पाएगी या नहीं।

बच्ची के पूरे शरीर में चोट के गंभीर निशान!
मालीवाल ने कहा, लड़की के पूरे शरीर में कई जगह फ्रैक्चर और चोट के निशान हैं। उसे इस हद तक बेरहमी से मारा गया है कि उसके शरीर के हर हिस्से में चोट के निशान हैं। मालीवाल ने कहा कि दो दिन हो गए हैं और पुलिस ने आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं डीसीपी से जांच के बारे में पूछने जा रही हूं।’ उन्होंने पुलिस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, क्या सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है? अब तक कितने बयान दर्ज किए गए हैं? यह कैसे संभव है कि आरोपी अब भी पकड़े नहीं गए है? मालीवाल ने मांग की कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर मौत की सजा दी जाए।