महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरव्यवसायशहर और राज्य नगरसेविका तेजस्वी की मांग,ग्राहकों को मिले होटल के किचन को देखने की मंजूरी 4th May 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, ( राजेश जायसवाल) : महानगरपालिका के लाख प्रयास के बावजूद होटल और रेस्टोरेंट में मिलने वाले खानों की साफ सफाई को लेकर अक्सर शिकायतें मिलती रही है। इन पर रोक लगाने के लिए शिवसेना की नगरसेविका तेजस्वी घोसालकर ने बीएमसी में एक अनूठा प्रस्ताव रखा है। इसके मुताबिक, यहां आने वाले ग्राहकों को इसके किचन को देखने की इजाजत दी जाए। होटल मालिकों की बढ़ेगी जिम्मेदारी :बीएमसी के अधिनियम 394 के तहत किसी भी खाद्य विभाग के अधिकारी को होटल के किचन में जाने की इजाजत है, लेकिन आम नागरिको को ये इजाजत फिलहाल नहीं मिली हुई है। तेजस्वी घोसालकर का कहना है कि अगर ग्राहको को इस तरह की मंजूरी मिल जाए तो वह संतुष्ठ होकर खाना खा सकते है। इसी के साथ होटल मालिको पर भी किचन को स्वच्छ रखने का दबाव बढ़ेगा।नोटिस लगाकर ग्राहको को दे जानकारी:तेजस्वी घोसालकर का कहना है कि किचन में गंदगी होने के कारण उल्टी , लूज मोशन, हैपेटाइटीस-बी , टाइफाइड, ग्लास्टो जैसी बीमारियां होने की संभावना है। जिसे देखते हुए प्रत्येक ग्राहको को होटल के किचन को देखने की इजाजत दी जानी चाहिए। इसके साथ ही तेजस्वी घोसालकर ने मांग की है कि होटलों के मालिको को होटल के प्रवेश द्वार पर नोटिस लगाकर ग्राहको को इस बारे में जानकारी भी देनी चाहिए।74 फीसदी रेस्टोरेंट, होटल और पब खाने योग्य नहीं :बता दें कि एफडीए के अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई के 74 प्रतिशत रेस्टोरेंट, होटल या पब ऐसे हैं, जहां बनने वाले खाद्य पदार्थ खाने योग्य नहीं है। हाल ही में एफडीए के अधिकारियों ने एक विशेष मुहीम चलाकर मुंबई के 442 रेस्टोरेंट और होटलों के रसोई की जांच की जिसमें से 327 होटलों और रेस्टोरेंट के किचन को अनहाइजीनिक बताया गया है। Post Views: 216