ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य बिजली कंपनी का गजब कारनामा: 80 साल के बुजुर्ग को भेजा 80 करोड़ का बिल, देखते ही हुई तबीयत खराब! 24th February 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: बिजली कंपनियों की लापरवाही का खामियाजा अक्सर उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। मुंबई से ऐसा ही एक लापरवाही का मामला सामने आया है। जिसकी चर्चा हर कोई कर रहा है। यहां बिजली विभाग ने एक 80 साल के बुजुर्ग को 80 करोड़ रुपए का बिल भेजा है। सबसे खास बात यह है कि यह बिल सिर्फ दो महीने का है। जैसे ही बुजुर्ग ने अपना बिल देखा तो उनके होश ठिकाने पर नहीं रहे। वह सदमे में आ गए और ब्लड प्रेशर बढ़ने से उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। आलम यह था कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। फिलहाल उनकी हालत ठीक है और वह अब घर पर आ चुके हैं।दरअसल, लापरवाही का यह मामला वसई इलाके के निर्मल गांव का है। जहां स्थानीय निवासी 80 वर्षीय गणपत नाईक को बिजली कंपनी ने 80 करोड़ रुपए का बिल भेजा है। गणपत नाईक पास में ही कई सालों से राइस मिल चलाते हैं। जिससे उनका हर महीने का बिल करीब 5 से 6 हजार रुपए आता है। लेकिन जब उन्होंने इस बार अपना बिजली बिल देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।मिली जानकारी के मुताबिक, गणपत नाईक वसई में करीब 20 साल से एक चावल मिल चलाते है। उनके साथ में उनका परिवार भी रहता है। नाईक का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनका धंधा वैसे ही चौपट हो गया है। अब इतने बिल के बाद परिवार को समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें?गणपत नाईक ने अपना दर्द मीडिया से शेयर करते हुआ कहा कि आखिर बिजली कंपनी इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकती है। क्या बिल भेजने से पहले विभाग के लोग मीटर चेक नहीं करते हैं। इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई? सदमें मे किसी जान भी जा सकती है। हर महीने के हिसाब से अब तक ज्यादा से ज्यादा बिजली का बिल 54 हजार आया है। सिर्फ दिसंबर और जनवरी यानी दो महीने का बिल 80 करोड़ रूपये कैसे हो सकता है? अधिकारी बोले- गलती से 6 की बजाय 9 अंकों का बिल बनाबता दें कि मुंबई में इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) ने गणपत नाईक को 80 करोड़ 13 लाख 89 हजार 6 रुपए का बिल भेज दिया है। जब कंपनी को अपनी लापरवाही के बारे में पता चला तो बुधवार को बिजली बोर्ड के अधिकारी सुरेंद्र मोनेरो ने कहा कि यह एक अनजानी गलती थी। जल्द ही गणपत नाईक का बिल सुधार कर दिया जाएगा। क्योंकि कंपनी ने गलती से 6 की बजाय 9 अंकों का बिल बना दिया था। MNS कुछ महीनों से कर रही आंदोलनगौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र में लगातार बिजली के बिल बढ़े हुए आ रहे हैं। बिल को मुद्दा बनाकर (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) मनसे कुछ महीनों से आंदोलन भी कर रही है। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले शिवसैनिकों ने बिजली विभाग के ऑफिस में जाकर तोड़फोड़ भी की थी। Post Views: 177