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महाराष्ट्र: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल पटोले बोले- कांग्रेस को अपने दम पर सत्ता में लाने का प्रयास करेंगे

मुंबई: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी सौपी तो मैं कांग्रेस को अपने बल पर सत्ता में लाने के लिए प्रयास करुंगा। शुक्रवार को पटोले ने कहा कि कांग्रेस संगठन को लेकर फैसले लेने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी के हाथ है। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे ईमानदारी से निभाते हुए कांग्रेस को अपने बल पर सत्ता में लाने और उसका पुराना वैभव वापस दिलाने के लिए कार्य करूंगा।
गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष बालासाहेब थोरात फिलहाल राज्य के राजस्व मंत्री भी हैं। पार्टी में ‘एक व्यक्ति, एक पद सिद्धांत’ के तहत प्रदेश कांग्रेस की कमान किसी दूसरे नेता को सौपने की मांग उठ रही है। पिछले दिनों पार्टी प्रभारी एचके पाटील ने मुंबई पहुंच कर पार्टी नेताओं व विधायकों की राय जानी थी। सूत्रों के मुताबिक, विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले प्रदेश अध्यक्ष बनने के इच्छुक हैं और उनका नाम इस पद के लिए लगभग तय हो चुका है।

ख़बरों की माने तो महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कई लोगों ने लॉबिंग की थी लेकिन अंततः यह पद मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले की झोली में जाता हुआ दिखाई दे रहा है।इसके बाद पटोले की जगह विधानसभा अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाने के लिए दूसरी दौड़ शुरू हो चुकी है। इस रेस में पश्चिम महाराष्ट्र से लेकर मराठवाड़ा तक के उम्मीदवार लॉबिंग करने में जुटे हैं।
नए अध्यक्ष के लिए जल्द ही कांग्रेस आला कमान की तरफ से निर्णय लिया जाएगा। जिसके बाद मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले को यह पद छोड़ना पड़ेगा। इस संभावना को देखते हुए महाराष्ट्र के कई कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपनी अपनी फील्डिंग लगाना शुरू कर दिया है। मराठवाड़ा के विधायक सुरेश वरपुड़कर, विधायक संग्राम थोपटे, आदिवासी विकास मंत्री केसी पड़वी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण समेत कई नेता इस पद के लिए उत्सुक बताए जा रहे हैं।

जल्द फैसला होने की संभावना
राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार की स्थापना के बाद एक अनुभवी नेता के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के नाम की चर्चा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए हुई थी। हालांकि उस समय एनसीपी ने इस बात का विरोध किया था। जिसकी वजह से पृथ्वीराज चव्हाण को यह कुर्सी मिलते मिलते रह गई थी। अब भविष्य में नाना पटोले के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह कुर्सी फिर से खाली खाली हो जाएगी। इसलिए एक बार फिर से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पृथ्वीराज चव्हाण का नाम दोबारा चर्चा में आया है।

मराठवाड़ा के वरिष्ठ नेता हैं सुरेश वडपुरकर
सुरेश वरपुड़कर महाराष्ट्र में मराठवाड़ा के वरिष्ठ नेताओं में से एक माने जाते हैं। इस वजह से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम की भी चर्चा जोर-शोर से शुरू है। इन दोनों के अलावा आदिवासी विकास मंत्री केसी पड़वी ने भी इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर लड़ाई को और भी दिलचस्प बना दिया है।