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महाराष्ट्र: जनवरी के अंत तक पूरी करें स्वास्थ्य विभाग की भर्ती प्रक्रिया: स्वास्थ्य मंत्री

मुंबई: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने स्वास्थ्य विभाग के रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया जनवरी महीने के आखिर तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को टोपे ने स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती को गति देने के लिए समीक्षा बैठक की। इसमें विभागीय आयुक्त, पिछड़ा वर्ग कक्ष अधिकारी, स्वास्थ्य उपनिदेशक, जिला शल्य चिकित्सक और जिला स्वास्थ्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। इस दौरान टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या नियंत्रण में आ रही है। अब स्वास्थ्य विभाग गैर कोरोना (नॉन कोविड) मरीजों की सेवा पर ध्यान दे। सेवा का स्तर बढ़ाते हुए नागरिकों से शिष्टाचार से पेश आएं। टोपे ने कहा कि इधर कुछ दिनों से मोतियाबिंद का ऑपरेशन प्रलंबित है। इसलिए अब मोतियाबिंद ऑपरेशन तत्काल शुरू करें। मोबाइल सर्जिकल यूनिट शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला मशीनरी स्वास्थ्य संस्थाओं में स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे। टोपे ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों के अधूरे निर्माण कार्य पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है।

अधिकारियों के कामकाज का होगा मूल्यांकन
टोपे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के कामकाज के मूल्यांकन के लिए कार्य प्रणाली विकसित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य का राष्ट्रीय कार्यक्रम अधिक प्रभावी रूप से लागू करने की जरूरत है। राज्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम की निगरानी के लिए प्रणाली तैयार करें।

ग्राम पंचायतों पर लगाए सूचना बोर्ड
टोपे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों और गांव के मुख्य चौराहे पर सूचना बोर्ड लगाया जाए। महात्मा जोतिबा फुले जनस्वास्थ्य योजना का प्रभावी प्रचार-प्रसार करें। जिला शल्य चिकित्सक इस योजना में प्रत्येक तहसील के एक अस्पताल को शामिल करने के लिए प्रयास करें।

दिव्यांगों को प्रमाण पत्र देने के लिए प्रक्रिया हो सुलभ
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिव्यांगों को प्रमाणपत्र देने के लिए प्रक्रिया अधिक सुलभ बनाई जाए। उन्होंने कहा कि यदि संभव हो तो दिव्यांगों को प्रमाणपत्र ग्रामीण अस्पताल और उप जिला अस्पताल के स्तर पर देने की कोशिश की जाए। साथ ही जिला स्वास्थ्य तंत्र यह सुनिश्चित करे कि दिव्यांगों को प्रमाणपत्र हासिल करने में मानसिक और शारीरिक परेशानी न होने पाए।

दवाई खरीदी के लिए अलग महामंडल
टोपे ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य संस्थाओं के लिए आवश्यक दवाई खरीदी के लिए स्वतंत्र महामंडल बनाया जाएगा। उन्होंने इसके लिए तमिलनाडु और राजस्थान प्रदेश का तुलनात्मक अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं।