चुनावी हलचलदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: सीट बंटवारे पर बीजेपी-शिवसेना के बीच 162-126 की डील फाइनल 1st October 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए लंबी सियासी रस्साकशी के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे की डील फाइनल हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इस फॉर्म्युले के तहत बीजेपी के खाते में 162 और शिवसेना के पास 126 सीटें आई हैं। राज्य की 288 सीटों पर 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्म्युला को सोमवार को अंतिम रूप दिया गया।महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने सोमवार को बताया कि बीजेपी और शिवसेना ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे संबंधी समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे एक संयुक्त बयान के जरिए सीटों के बंटवारे संबंधी समझौते की घोषणा करेंगे। ठाकरे के एबी फॉर्म को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को सौंपे जाने के एक दिन बाद यह घटनाक्रम हुआ है। एबी फॉर्म में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों का उल्लेख होता है। संयुक्त बयान में गठबंधन का ऐलानबीजेपी-शिवसेना के संयुक्त बयान में कहा गया है, ‘पिछले पांच साल के दौरान महायुति (गठबंधन) ने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व और उद्धव ठाकरे के निर्देशन में साथ-साथ काम किया है। अब हम एक बार फिर विधानसभा चुनाव में उतरने जा रहे हैं। ठाकरे, फडणवीस और गठबंधन के दूसरे सहयोगियों ने सर्वसम्मति से गठबंधन का फैसला लिया है। इस तरह महायुति की घोषणा की जाती है। यह है फॉर्म्युलासीट बंटवारे के इस फॉर्म्युले के तहत एनडीए के छोटे सहयोगी दलों मसलन आरपीआई (आठवले), राष्ट्रीय समाज पक्ष, शिव संग्राम और रयत क्रांति को बीजेपी अपने कोटे से सीटें देगी। इसका मतलब साफ है कि शिवसेना का 50-50 फॉर्म्युले पर अडिग रहना काम नहीं आया। शिवसेना के नेताओं ने पहले ही ऐसे संकेत दिए थे कि पार्टी 144-144 सीटों के फॉर्म्युले पर पीछे हट सकती है। बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनाव में अलग-अलग लड़ते हुए बीजेपी ने 122 और शिवसेना ने 63 सीटें जीती थीं। हालांकि बाद में सीएम देवेंद्र फडणवीस को समर्थन देते हुए शिवसेना सरकार में शामिल हो गई थी। लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत और जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 पर ऐक्शन के बाद बदले माहौल में बीजेपी ने अपनी सहयोगी शिवसेना से सीनियर पार्टनर का तमगा छीन लिया है।दिल्ली में देवेंद्र फडणवीस ने दो दिन तक शिवसेना से गठबंधन और पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट पर आलाकमान से चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी विधान परिषद में शिवसेना को दो से तीन सीटें दे सकती है। शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता का कहना है, 90 के दशक में बीजेपी बाला साहेब ठाकरे से ज्यादा सीटों की गुहार लगाती थी। 20 साल बाद अब शिवसेना बीजेपी की दया पर निर्भर है। शिवसेना को मुश्किल सीटें?सूत्रों का कहना है कि शिवसेना के कोटे में मानखुर्द, मुलुंद, भायखला, मुंबादेवी, मालेगांव, भिवंडी और औरंगाबाद सेंट्रल जैसी सीटें आ सकती हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदाय का बड़ा वोट बैंक होने की वजह से गठबंधन को सीट निकालने में मुश्किल आ सकती है।इससे पहले सोमवार शाम को बीजेपी और शिवसेना ने संयुक्त प्रेस रिलीज जारी करते हुए गठबंधन की घोषणा की। हालांकि इसमें सीट शेयरिंग के बारे में कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया। संयुक्त बयान पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील और शिवसेना के वरिष्ठ मंत्री सुभाष देसाई के दस्तखत हैं। बयान में कहा गया है कि सीट शेयरिंग फॉर्म्युले की बहुत जल्द घोषणा की जाएगी। वर्ली से चुनाव लड़ेंगे आदित्य ठाकरेइस बार के चुनाव में पहली बार ठाकरे परिवार का कोई सदस्य किस्मत आजमाएगा। उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे वर्ली सीट से चुनाव लड़ेंगे। माना जा रहा है कि चुनाव जीतने की सूरत में बीजेपी आदित्य को डेप्युटी सीएम का पद देने के लिए तैयार है। Post Views: 198