ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र: सियासी घमासान के बीच शिवसेना का आरोप- विधायकों को लुभाने लेने के लिए ‘मनी पावर’ का इस्तेमाल कर रही बीजेपी 7th November 20197th November 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी गतिरोध के बीच गुरुवार को शिवसेना ने अपनी सहयोगी बीजेपी पर ताजा हमला बोला। महाराष्ट्र में सरकार गठन पर सियासी खींचतान के बीच शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर हाल ही में निर्वाचित हुए विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। शिवसेना का कहना है कि नवनिर्वाचित विधायकों को अपने पाले में लेने के लिए बीजेपी मनी पावर का इस्तेमाल कर रही है।बता दें कि करीब 30 साल से एक दूसरे के सहयोगी भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच चुनावी नतीजे आने के बाद से ही सत्ता समझौते को लेकर लगातार तकरार जारी है। शिवसेना सत्ता में बीजेपी के साथ 50-50 का भागीदारी चाहती है, यानी ढाई-ढाई साल तक दोनों पार्टियों के मुख्यमंत्री। दोनों पार्टियों के बीच झगड़े की मुख्य वजह मुख्यमंत्री पद को लेकर ही है। शिवसेना जहां कह रही है कि चुनाव से पहले ही दोनों में 50-50 फॉर्मूले पर समझौता हुआ था, वहीं बीजेपी इससे इनकार कर रही है।शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। सामना में शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली पार्टी से मुख्यमंत्री हो। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि सरकार बनाने पर जारी गतिरोध खत्म करने के लिए भारतीय जनता पार्टी “धन शक्ति” का उपयोग कर रही है। संपादकीय में कहा गया है कि पिछली सरकार पैसे के दम पर नई सरकार बनाने का प्रयास कर रही है परन्तु किसानों की कोई मदद नहीं। इसलिए किसान चाहते हैं कि मुख्यमंत्री शिवसेना का हो। कुछ लोग पैसे के दम पर शिवसेना के नए विधायकों को अपने पाले में लेना चाहते हैं। ऐसी शिकायतें खूब आ रही हैं। शिवसेना राज्य में मूल्यों से रहित राजनीति की अनुमति नहीं देगी। गौरतलब है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के हाल ही में घोषित चुनाव नतीजों में कोई भी पार्टी 145 सीटों के बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई। इसके चलते सरकार गठन में देर हो रही है।चुनाव में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई है। गठबंधन कर चुनाव लड़ी भाजपा और शिवसेना को कुल मिलाकर 161 सीटें मिली हैं। महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है। जिसके पास बहुमत वह सरकार बनाएगागुरुवार सुबह मीडिया से बात करते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। जिसके पास बहुमत है वह सरकार बनाएगा।विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। हमारे विधायकों के बारे में अफवाह फैलाई जा रही है। शिवसेना लगातार मुख्यमंत्री पद की मांग पर अड़ी है। पार्टी शुरुआत से कह रही है कि सीएम उसी का बनेगा। रिजॉर्ट में विधायक नहीं शिफ्ट हो रहे: राउतशिवसेना विधायकों को रिजॉर्ट में शिफ्ट किए जाने की खबरों को संजय राउत ने खारिज कर दिया। राउत ने कहा, हमें ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे विधायक दृढ़ और पार्टी के प्रति समर्पित हैं। जो ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं उन्हें पहले अपने विधायकों की चिंता करनी चाहिए। इससे पहले शिवसेना नेता ने मशहूर शायर दुष्यंत कुमार की एक कविता के जरिए बीजेपी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया। राउत ने लिखा-तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहींकमाल है कि, फ़िर भी तुम्हें यक़ीन नहीं शायराना अंदाज में राउत साध रहे निशानाराउत लगातार शायराना अंदाज में बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं। दो दिन पहले भी उन्होंने दुष्यंत कुमार की चर्चित कविता ट्वीट करते हुए इशारों में वार किया था। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा- सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए। शिवसेना विधायकों की राय जानेंगे उद्धव ठाकरेराउत ने इस दौरान यह भी कहा कि बयानबाजी करना शिवसेना का स्वभाव नहीं है। उन्होंने बताया कि पार्टी के सभी विधायक आज उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। बता दें कि शिवसेना के सभी 56 विधायकों के साथ पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे शिवसेना भवन में एक बैठक करने वाले हैं। इसमें पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है। कहा जा रहा है कि उद्धव कोई भी फैसला लेने से पहले एक बार विधायकों से उनकी राय पूछना चाहते हैं। मुख्य रूप से उद्धव जानना चाहते हैं कि एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाने के मुद्दे पर विधायक क्या सोचते हैं और इसका जमीनी स्तर पर क्या असर पड़ेगा। Post Views: 111