महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य महाराष्ट्र: 31 मार्च तक राज्य के सभी स्कूलों को करना पड़ेगा आधार अपडेट 29th September 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: प्रदेश में कक्षा पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों का आधारपंजीयन और अद्यतन (अपडेट) 31 मार्च 2021 तक संबंधित स्कूल प्रबंधन को करना पड़ेगा। मंगलवार को राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग ने इस बारे में परिपत्र जारी किया है। इसके अनुसार कोरोना महामारी के चलते स्कूल शुरू होने तक विद्यार्थियों के आधार पंजीयन के लिए तहसील कार्यालय, बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध वैकल्पिक व्यवस्था का इस्तेमाल करना होगा। अभिभावकों का मार्गदर्शन कर सभी विद्यार्थियों का आधार पंजीयन मार्च 2021 तक पूरा करने के लिए कहा गया है। आधार पंजीयन के लिए अनुदानित स्कूलों को प्राथमिकता दी जाएगी। आधार पंजीयन की व्यवस्था स्कूल, तहसील कार्यालय, बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस में करने के लिए कहा गया है। आधार पंजीयन और अद्यतन के काम की निगरानी की जिम्मेदारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के देखरेख में संबंधित प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षाधिकारी की होगी। आधार पंजीयन और अद्यतन के लिए संबंधित तहसीलदार और प्रशासनिक तंत्र से समन्वय स्थापित करना होगा। स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना पड़ेगा किआधार पंजीयन और अद्यतन के लिए पंजीकरण केंद्र पर भीड़ न हो। इसके लिए केंद्र प्रमुख और समूह शिक्षा अधिकारी को सुरक्षित अंतर रखने अथवा 50 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित न रहे। निजी अनुदानित, अंशतः अनुदानित और गैर अनुदानित स्कूलों में से सबसे अधिक विद्यार्थी संख्या वाले विद्यालय के छात्रों का प्राथमिकता से आधार पंजीयन और अद्यतन करना होगा। आरटीई के तहत 25 प्रतिशत प्रवेश की फीस प्रतिपूर्ति देने वाले स्कूल, आदिवासी विभाग के अनुदानित आश्रम स्कूल, सामाजिक न्याय व अन्य विभाग के अनुदानित स्कूल और स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के स्कूलों के विद्यार्थियों का आधार पंजीयन और अद्यतन किया जाएगा। 64 लाख विद्यार्थियों का आधार क्रमांक पंजीयन नहींराज्य के स्कूली शिक्षा विभाग के अधीन 1 लाख 10 हजार 315 स्कूलों में 2 करोड़ 25 लाख 60 हजार 578 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं। स्कूल पोषण आहार समेत अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों के आधार क्रमांक का पंजीयन स्कूली शिक्षा विभाग की वेबसाइट सरल पर उपलब्ध कराना आवश्यक है लेकिन फिलहाल राज्य में 64 लाख 59 हजार 388 विद्यार्थियों के आधार क्रमांक का पंजीयन सरल प्रणाली में नहीं हुआ है। वहीं एक ही आधार पर दो अलग-अलग विद्यार्थियों का पंजीयन होने की शिकायतें मिली हैं। जबकि अस्तित्व में न रहने वाले आधार क्रमांक का भी पंजीयन हुआ है। इसलिए सभी विद्यार्थियों का आधार क्रमांक पंजीयन कर उसको सुनिश्चित करना आवश्यक है। विद्यार्थियों की जान जोखिम में डालने की कोशिश- बोरनारेमुंबई भाजपा शिक्षक आघाड़ी के संयोजक अनिल बोरनारे ने सरकार से संबंधित परिपत्र को वापस लेने की मांग की है। बोरनारे ने कहा कि कोरोना के संकट में 64 लाख विद्यार्थियों का पंजीयन और अद्यतनकरने वाला परिपत्र छात्रों की जान को जोखिम में डालने वाला है। इसलिए सरकार को इस परिपत्र को वापस लेना चाहिए। Post Views: 178