दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य मुंबई: आठवले ने उठाई पृथक विदर्भ की मांग, गोद लिए तेंदुए की मौत पर कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन 25th September 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई/नयी दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास आठवले ने महाराष्ट्र में अलग विदर्भ और उत्तर प्रदेश में अलग पूर्वांचल राज्य के गठन की मांग उठाई है। उन्होने कहा कि पृथक विदर्भ राज्य की मांग काफी पुरानी है। आठवले ने यहां जारी बयान में अलग विदर्भ और पूर्वांचल राज्य बनाने की मांग करते हुए कहा कि राजग की आगे होने वाली बैठक में वह इस मांग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सामने रखेंगे। वह दोनों शीर्ष नेताओं को यहां की जनता की परेशानियों से अवगत कराएंगे और इसे अलग राज्य बनााने की मांग करेंगे। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की जनता को राजधानी मुंबई जाने में काफी मुश्किलें आती है क्योंकि नागपुर से मुंबई की दूरी काफी है। चूकिं मुंबई प्रदेश की राजधानी है, लिहाजा विदर्भ के लोगों को अपनी समस्याओं को लेकर अक्सर वहां जाने की जरूरत पड़ती है। इसी प्रकार पूर्वांचल से उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ की दूरी काफी है। उन्होने कहा कि इन परेशानियों को देखते हुए विदर्भ और पूर्वांचल को नया राज्य बनाने की दिशा में पहल करनी चाहिए। आठवले के गोद लिए तेंदुए की मौत पर भड़के आरपीआई कार्यकर्ताउधर मुंबई में रामदास आठवले द्वारा गोद लिए गए भीम पैंथर नाम के तेंदुए की मौत से नाराज आरपीआई कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बोरिवली स्थित संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते तेंदुए की जान गई। आरपीआई कार्यकर्ताओं ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि तेंदुए की मौत की जानकारी रामदास आठवले को समय पर नहीं दी गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आठवले को तेंदुए की मौत की जानकारी दिए बिना वन अधिकारियों ने उसका आनन फानन में अंतिम संस्कार कर दिया। नाराज आरपीआई कार्यकर्ताओं ने तेंदुए की मौत की फोरेंसिक जांच की मांग की। मंगलवार दोपहर तीन बजे के करीब संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के प्रवेशद्वार पर आठवले के बेटे जीत आठवले के नेतृत्व में आरपाआई कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया। इस दौरान मुंबई प्रदेश युवक आघाडी के अध्यक्ष रमेश गायकवाड, हरिहर यादव, दिलीप व्हावले, अमित तांबे, रतन अस्वारे आदि पदाधिकारी मौजूद थे। संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य वन संरक्षक ने तेंदुए की मौत की जांच का आश्वासन दिया जिसके बाद आंदोलन खत्म हुआ। Post Views: 202