ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य मुंबई: विरोधी पक्ष नेता के रहते नए नेता का चुनाव जरुरी नहीं: महापौर 6th March 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, (राजेश जायसवाल): मुंबई मनपा की महापौर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि विरोधी पक्ष नेता के रहते नए विरोधी पक्ष नेता का चुनाव जरुरी नहीं है। बता दें कि मुंबई मनपा चुनाव अलग लड़ने वाली भाजपा ने आज विरोधी पक्ष नेता पद पर अपना दावा ठोंका था। भाजपा की भूमिका में यह बदलाव विस चुनाव के बाद सत्ता समीकरण में हुए बदलाव के बाद आया था। लेकिन शिवसेना ने उसकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मनपा चुनाव में बीजेपी दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी।राज्य में तब भाजपा शिवसेना की सत्ता थी इसलिए भाजपा ने उस समय विरोधी पक्ष नेता पद पर अपना दावा नहीं ठोंका था। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की सत्ता का समीकरण पूरी तरह से बदल गया इसलिए भाजपा ने विरोधी पक्ष नेता पद पर अपना हक़ जताया था। बीजेपी ने प्रभाकर शिंदे को विरोधी पक्ष नेता का पद देने की मांग महापौर से की थी। परन्तु गुरुवार को हुई मनपा महासभा की बैठक में महापौर ने उसकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। महासभा की बैठक में महापौर किशोरी पेडनेकर ने बताया कि चूँकि इस पद पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रवि राजा की नियुक्ति हो चुकी है और विरोधी पक्ष नेता के रहते नए विरोधी पक्ष नेता के चुनाव की कोई आवश्यकता नहीं है। इस दौरान नगरसेवक प्रभाकर शिंदे को भाजपा का गट नेता घोषित किया गया। फिलहाल भाजपा को विरोधी पक्ष नेता का पद मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है। कारण कांग्रेस के रवि राजा के इस्तीफा देने के सिवाय यह पद खाली होना मुश्किल है। साथ ही रवि राजा को सत्तासीन सरकार का पूरा समर्थन प्राप्त है। इसलिए भाजपा को ग्रुप लीडर से ही संतोष करना पड़ सकता है। विरोधी पक्ष नेता पद पर दावा ख़ारिज होने के बाद भाजपा नगरसेवकों ने सभागृह के बाहर बरामदें में नारेबाजी शुरू कर दी और ठिय्या आन्दोलन किया। भाजपा गटनेता प्रभाकर शिंदे ने इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। Post Views: 199