ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य राज ठाकरे ने MSRTC की हड़ताल को लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार से की मुलाकात 12th November 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) चीफ शरद पवार से उनके आवास ‘सिल्वर ओक’ में मुलाकात की। इस दौरान राज ठाकरे और शरद पवार के बीच कई गंभीर मुद्दों पर बातचीत हुई। बताया गया है कि राज ठाकरे ने MSRTC की हड़ताल को लेकर NCP प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की है। हालांकि, अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है। गौरतलब है कि इन दिनों महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक और पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस से तकरार के बीच राज ठाकरे की शरद पवार से मुलाकात के मायने कुछ खास भी हो सकते हैं। जुबानी जंग के बाद नवाब मलिक और फडनवीस के बीच नोटिसों का दौर भी जारी हो गया है। इस बीच, नवाब मलिक ने बालीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को भी गिरफ्तार करने की मांग की है। गौरतलब है कि मराठा छत्रप व वरिष्ठ नेता शरद पवार ने गत दिनों कहा था कि महाराष्ट्र सरकार न सिर्फ अपना कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि फिर से सत्ता में आएगी। शरद पवार सीमा सुरक्षा बल के कार्यक्षेत्र बढ़ाए जाने के मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह का विचार जानने के लिए जल्दी ही उनसे मुलाकात करेंगे। हाल ही में केंद्र सरकार ने पंजाब, पश्चिम बंगाल व असम जैसे सीमावर्ती राज्यों में बीएसएफ का कार्यक्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर अंदर तक कर दिया है। अब बीएसएफ को 50 किलोमीटर के क्षेत्र तक तलाशी लेने व गिरफ्तार करने के लिए राज्य या केंद्र सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। पहले यह सीमा 15 किलोमीटर तक ही निर्धारित थी। केंद्र सरकार ने कहा कि यह परिवर्तन आतंकवाद व सीमापार से होने वाले अपराध पर नियंत्रण के लिए किया गया है। हालांकि, महाराष्ट्र की कोई भी सीमा अंतरराष्ट्रीय सीमा से नहीं मिलती, लेकिन माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल व पंजाब जैसे गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ एकजुटता दर्शाने के लिए ही शरद पवार इस मुद्दे पर अमित शाह से मुलाकात की योजना बना रहे हैं। शरद पवार ने पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ में पत्रकारों से बात करते हुए फिर महाराष्ट्र में केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अजीत पवार की तीन बहनों के घर पर आयकर विभाग ने कार्रवाई की। उनका काम दो-तीन घंटे में ही खत्म हो गया था, लेकिन वह पांच दिन तक वहां डेरा डाले रहे। उन्हें वहां रुकने के लिए कहा गया। किसी प्रकार की जांच होना गलत नहीं है, लेकिन उन्हें रुकने के लिए बोला जाना एजेंसियों का दुरुपयोग है। Post Views: 213