दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र में ‘लेटर बम’ पर गरमाई सियासत: राज्यपाल कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे सरकार से मांगा जवाब 25th March 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे सरकार से परमबीर सिंह के लेटर के मामले में जवाब मांगा है। राज्यपाल ने महाराष्ट्र सरकार को लिखी चिट्ठी में पूछा है कि आखिर परमबीर सिंह की ओर से लगाए गए आरोपों को लेकर अब तक क्या कार्रवाई हुई है?इस बीच आज शाम को महाविकास अघाड़ी के नेता भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर अपना पक्ष रख सकते हैं। बुधवार को ही बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस, सुधीर मुनगंटीवार समेत कई नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की थी और उद्धव ठाकरे सरकार से जुड़ी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजने की मांग की थी।महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि वह गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलेंगे और उनके समक्ष सरकार का पक्ष प्रस्तुत करेंगे। नाना पटोले के बयान के बाद राजभवन की तरफ से प्रतिक्रिया आई, जिसमें बताया गया कि कांग्रेस की ओर से कोई अपॉइंटमेंट नहीं लिया गया है। इसके साथ ही राजभवन ने बताया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी मुंबई से बाहर हैं। वहीँ खबर है कि लेटर बम और तबादला घोटाले से घिरी महाविकास आघाड़ी सरकार ने बचाव की मुद्रा से निकलकर अब आक्रामक रवैया अपना लिया है। बुधवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद सरकार में शामिल कई मंत्रियों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और चर्चा के बाद तय हुआ कि परमबीर के आरोपों की जांच के लिए राज्य सरकार एक जांच आयोग बनाएगी। रिटायर जज के नेतृत्व में होने वाले इस जांच आयोग की घोषणा आज होने की संभावना है। इसके साथ ही तबादला पोस्टिंग रिकॉर्डिंग मामले पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्य सचिव सीताराम कुंटे से रिपोर्ट मंगाई है।कुंटे आज अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंप सकते हैं। महाविकास आघाड़ी से जुड़े एक बड़े नेता के मुताबिक, तब की कमिश्नर ऑफ इंटेलिजेंस रश्मि शुक्ला ने तभी के एसीएस सीताराम कुंटे से आतंक से जुड़ी खुफिया सूचना की तह तक जाने के लिए फोन रिकॉर्डिंग की इजाजत ली थी, लेकिन उसकी आड़ में ये कारनामा किया। रिकॉर्डिंग के बाद जब रिपोर्ट एसीएस के पास गई तो उन्होंने हैरानी जताई और पूछा भी कि आपने इजाजत तो आतंक से जुड़े नेटवर्क के नाम पर ली थी।एनसीपी नेता जितेन्द्र आव्हाड ने कल कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि तब रश्मि शुक्ला ने मांफी मांगी थी, इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन अब बीजेपी को वही रिकॉर्डिंग लिंक कर दिया है। Post Views: 173