दिल्लीदेश दुनियाब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लॉकडाउन खत्म करने को लेेकर दी भारत को कड़ी चेतावनी 10th April 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए भारत में घोषित लॉकडाउन की अवधि खत्म करने को लेेकर बडी बात कही। ऐसे में लॉकडाउन की समय सीमा को आगे बढ़ाए जाने या नही बढ़ाने को लेकर चर्चाएं तेज हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्पेशल दूत ने भारत को लॉकडाउन खत्म करने के मामले में सतर्क रहने की सलाह प्रदान कर दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के खास दूत डॉक्टर डेविड नबारो ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि भारत में लॉकडाउन को खत्म करते समय बहुत सेलेक्टिव और केयरफुल रहना होगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले उन उपायों पर काम करने की आवश्यकता है, जो यह सुनिश्चित करें कि हॉटस्पॉट इलाकों में रहने वाले लोग नई जगहों पर जाना और बीमारी फैलाना नहीं शुरू कर देंगे। नबारो ने कहा कि कोई भी देश नहीं चाहता कि उसके यहां बहुत लंबे समय तक लॉकडाउन जारी रहे जबकि यह अपरिहार्य न हो। नबारो ने कहा कि इसलिए फिलहाल सबसे अच्छी चीज यह है कि कोरोना के पॉजिटिव मामलों को डिटेक्ट करने और संक्रमित लोगों को आइसोलेट करने की कम्युनिटी लेवल क्षमता को विकसित किया जाए। नबारो ने बेन्नेट युनिवर्सिटी की ओर से आयोजित कोविड-19 पर ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में विश्व स्वास्थ्य संगठन के दूत के बतौर हिस्सा ले रहे थे। उन्होंने इस दौरान लॉकडाउन का फैसला जल्दी लेने के भारत के कदम की सराहना की। नबारो ने कहा कि इसने महामारी के प्रकोप तो तीव्र होने से बचा लिया। उन्होंने कहा कि इस समय का उपयोग क्षमताओं के निर्माण में तथा लोगों को संभावित संकट के प्रति आगाह करने में किया जा सकता है। नबारो ने कहा कि कोरोना का वैक्सीन बनाना आसान नहीं है। इतना ही नही, इतनी अधिक मात्रा में वैक्सीन बना पाना भी संभव नहीं है कि एक छोटे से अंतराल में दुनिया भर के लोगों का टीकाकरण किया जा सके। भारत के जल्दी लॉकडाउन लगाने पर WHO ने की थी तारीफकोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए, मोदी सरकार ने पिछले महीने देश भर में 21 दिनों का तालाबंदी लागू की। विपक्षी दलों ने सरकार के इस फैसले की आलोचना की। यह कहा गया कि सरकार ने बिना किसी तैयारी के तालाबंदी की घोषणा की।हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेष दूत डॉ. डेविड नाबरो का कहना है कि भारत में लॉकडाउन का शुरुआती कार्यान्वयन एक दूरगामी विचार था, साथ ही सरकार द्वारा एक साहसिक निर्णय भी था। इस फैसले से, भारत के लोगों को कोरोना वायरस के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ने का मौका मिलेगा।डेविड नबारो ने कहा, लॉकडाउन को भारत में बहुत तेज़ी से लागू किया गया था। इसे तब लागू किया गया था जब यहां कोरोना के बहुत कम मामले थे। यह निश्चित रूप से भारत का दूरदर्शी निर्णय था। Post Views: 232