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संजय राउत बोले- ‘शिंदे’ की उपयोगिता खत्म, महाराष्ट्र को जल्द ही मिलेगा एक नया सीएम!

मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि पहले से ही 170 विधायकों के बहुमत वाली सेना-भाजपा सरकार में लगभग 40 एनसीपी विधायकों को शामिल करना आम जनता की समझ से परे है।
संजय राउत ने घोषणा की, यह काफी अपेक्षित था लेकिन शिंदे और उनके समर्थकों के लिए इसका मतलब यह है कि ‘अब आपकी जरूरत नहीं है’। मैं दोहराता हूं- राज्य को निश्चित रूप से जल्द ही एक नया सीएम मिलेगा। रविवार को राउत ने कहा था कि शिंदे की कुर्सी खतरे में है।

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए राउत ने कहा- कैसे अजीत पवार और छगन भुजबल के कथित उत्पीड़न से तंग आकर, शिंदे ने शिवसेना से विद्रोह कर दिया था, और भाजपा से हाथ मिलाने के लिए पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया था।

राउत ने मुस्कुराते हुए कहा, अब शिंदे को उन्हीं एनसीपी नेताओं के साथ सरकार में काम करना होगा। सीएम शिंदे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि अजित पवार के समूह के शामिल होने से शिंदे खेमा हताश हो गया है (न घर का, न घाट का) और इसके लिए केवल वही (शिंदे) दोषी हैं।
राउत ने उन लोगों पर हमला बोला- जिन्होंने अजीत पवार और अन्य लोगों द्वारा कथित उत्पीड़न का हवाला देते हुए 2022 में शिवसेना छोड़ दी थी, उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।

सांसद विनायक राउत ने भी दावा किया था कि सत्तारूढ़ शिवसेना के लगभग 10 विधायक शिवसेना (यूबीटी) के संपर्क में हैं। दूसरे नेताओं ने भी कहा है कि 2022 में पार्टी छोड़ने वाले कई लोग कथित तौर पर ‘घर वापसी’ करना चाहते हैं।

शिवसेना ने राउत के दावों को खारिज किया, कहा- एकनाथ शिंदे बने रहेंगे CM
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा- हमारे विधायकों में बिल्कुल भी नाराजगी नहीं है…हमें मुख्‍यमंत्री के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। उनके पद को किसी भी तरह से खतरा नहीं है और ये केवल अफवाहें हैं कि वह पद छोड़ रहे हैं।
शिवसेना के अन्य नेताओं ने भी उद्धव गुट के दावों को खारिज कर दिया कि कई विधायक सरकार में नए और दूसरे डिप्टी सीएम अजित पवार और उनके समूह के प्रवेश से बेचैनी महसूस कर रहे हैं और सेना छोड़ना चाहते हैं।
सामंत ने कहा कि शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना 2024 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा- सीएम शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार ‘अनुभवी और परिपक्व’ नेता हैं और वे गठबंधन को आगे ले जाएंगे।

इस सप्ताह की शुरुआत में शिवसेना सांसदों और विधायकों की हालिया बैठक के बारे में चल रही अटकलों पर सामंत ने कहा कि चर्चा लोकसभा और महाराष्ट्र विधानमंडल के आगामी मानसून सत्र, विकास कार्यों, पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों को क्या करना चाहिए और किसी तरह पार्टी संगठन को बनाना चाहिए इसके बारे में थी।

बता दें कि अजित पवार 2 जुलाई को आठ मंत्रियों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए। इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में इस बात की सुगबुगाहट तेज हो गई है कि शिवसेना विधायकों, खासकर मंत्री पद के दावेदारों के बीच उनके भाग्य और भविष्य को लेकर नाराजगी है। इसी तरह की खबरें भाजपा की ओर से भी आ रही हैं।