ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर सुप्रिया सुले ने अजित पवार को दी चेतावनी, बोलीं- ‘बाकी सब सुन लूंगी, लेकिन अगर पिता के बारे में… 5th July 20235th July 2023 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: शरद पवार और अजित पवार के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन कर यह बताने की कोशिश की है कि उनके नेता ही सबसे बड़े नेता हैं। शरद पवार अब क्या करेंगे उनकी राह क्या होगी? अजीत पवार आने वाले चुनावों में किस तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, यह सारी बातें अब पुरानी हो गईं। लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति में मची उथल-पुथल के बीच बरसों बाद एक महिला नेत्री का उदय हुआ है। जिनका नाम है सुप्रिया सुले। हालांकि, सुप्रिया राजनीति में पहले से सक्रिय रही हैं, लेकिन उन्हें फ्रंट पर बैटिंग करने का मौका कभी नहीं मिला। शरद पवार की सांसद बेटी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले शक्ति प्रदर्शन के दौरान जो भाषण दिया है, उसे देखकर एक बात के संकेत तो आज मिल ही गए। ऐसा लग रहा है कि बहुत जल्दी महाराष्ट्र की जनता को सुप्रिया सुले का एक नया अंदाज देखने को मिलेगा। मुंबई के यशवंत राव चव्हाण सेंटर में पार्टी कार्य़कर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने चचेरे भाई अजित पवार पर जमकर हमला बोला और चेतावनी भरे लहजे में कहा कि वह बाकी सब सुन लेंगी लेकिन उनके माता-पिता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगी। सुप्रिया सुले ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘बीजेपी के नेता कहते हैं कि न खाउंगा और न खाने दूंगा।’ लेकिन जब जरूरत पड़ेगी तो पार्टी को नैचुरली पूरा खा जाउंगा। मैं दिखाऊंगी…आज के बाद महाराष्ट्र में आपको कुछ खाने नहीं दूंगी। सुप्रिया ने कहा कि एनसीपी को नैचुरली करप्ट पार्टी कहा जाता था लेकिन आज देश में सबसे भ्रष्ट पार्टी बीजेपी है। सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि ‘संघर्ष होता रहेगा। आज 8 से 9 कुर्सियां खाली हुई हैं। इन कुर्सियों पर नए लोगों को बैठने का मौका देंगे। महाराष्ट्र की जनता ‘साहेब’ के पीछे खड़ी है…मुझे पूरा यकीन हैं।बता दें कि इससे पहले अजित पवार ने कहा, शरद पवार ने जब इस्तीफा दिया था तो उन्होंने सुप्रिया सुले से कहा था कि उन्हें समझाएं लेकिन सुप्रिया सुले ने कहा था कि पिता अड़ियल हैं। इसके साथ ही अजित पवार ने शरद पवार की उम्र पर भी तंज किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी में लोग 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं। गौरतलब है कि रविवार को अजित पवार ने आठ विधायकों के साथ मिलकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके शपथ लेने के बाद ही यह चर्चा होने लगी थी कि शरद पवार वाली एनसीपी का नेतृत्व कौन करेगा? क्योंकि शरद पवार वैसे भी अब 82 वर्ष के हो गए हैं। अजित पवार भी बुधवार को शक्ति प्रदर्शन वाली सभा में ऐलान करते हुए दिखे। उन्होंने अपने चाचा को यहां तक कह दिया कि अब वह 82 साल के हो गए हैं…रिटायर क्यों नहीं हो जाते? शायद अजित पवार को ऐसा लग रहा है कि शरद पवार नहीं रहेंगे तो उनके नेतृत्व वाली पार्टी एनसीपी का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। अजीत पवार शायद यह भूल गए कि सुप्रिया सुले के रगों में भी शरद पवार का ही खून दौड़ रहा है। सुप्रिया सुले को भी राजनीति विरासत में मिली है। संभव है कि सुप्रिया सुले अजित पवार से ज्यादा बढ़िया राजनीति करना जानती हों, लेकिन अब तक उन्हें वह मौका नहीं मिला, जहां अपने कौशल का परिचय दे सकें। बुधवार को शरद पवार के शक्ति-प्रदर्शन कार्यक्रम में सुप्रिया सुले ने जिस अंदाज में भाषण दिया, उसे पूरे महाराष्ट्र की जनता ने सुना होगा। जनता ने भाषण देते समय सुप्रिया सुले के एक-एक शब्दों को नोट किया होगा। भाषण करते समय सुप्रिया सुले के कांफिडेंस को भी देखा होगा। आज भले ही अजीत पवार ने विधायकों की संख्या बल के मामले में बाजी मार ली हो लेकिन अब असली परीक्षा आगामी किसी भी चुनाव में होगी। यह तय है कि महाराष्ट्र के किसी भी चुनाव में अब अजीत पवार का सामना उनकी चचेरी बहन से ही होगा। क्योंकि शरद पवार ने वास्तव में आज अपनी राजनैतिक विरासत अपनी बेटी को सौंप दी है। कुछ वर्षों पहले पंकजा मुंडे और पूनम महाजन भाजपा की तरफ से सक्रिय हुईं थीं लेकिन धीरे-धीरे ना जाने क्यों वो दोनों हासिए पर चली गईं। जबकि पंकजा मुंडे देवेन्द्र फडणवीस सरकार में मंत्री भी थीं। पूनम महाजन महाराष्ट्र से सांसद भी रह चुकी हैं। खैर उन दोनों भाजपा महिला नेत्रियों को भले वो मुकाम नहीं मिल पाया जबकि वो दोनों उसकी हकदार थीं। लेकिन सुप्रिया सुले के साथ वैसा नहीं होगा क्योंकि सुप्रिया खुद ही पार्टी की सर्वेसर्वा हैं। अब तक उनके राजनैतिक विरासत को लेकर जो अटकलें लगाईं जा रही थी उस पर एक तरह से विराम लग गया। हालांकि, उनकी पार्टी का चुनावी सिम्बल ‘घड़ी’ शायद अब उनके पास नहीं रहेगी। ऐसे में यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि शरद पवार अब अपनी नई पार्टी का क्या नाम रखते हैं। एनसीपी ने जितेंद्र अव्हाड को बनाया नेता प्रतिपक्ष बता दें कि अजित पवार के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भरने के लिए शरद पवार ने एनसीपी विधायक जितेंद्र अव्हाड को नियुक्त कर दिया था लेकिन अब कांग्रेस भी इस पद पर दावेदारी का मन बना रही है। कांग्रेस के पास राज्य में वर्तमान में 45 विधायक हैं। Post Views: 34