ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर हाय ब्रो, मैं आदित्य ठाकरे हूं…25 हजार भेजो; मुंबई के युवक को ठगने की कोशिश, शिकायत दर्ज 28th August 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसालकर के नाम पर कई लोगों से फर्जी तरीके से ई-गिफ्ट कार्ड मांगने का मामला अभी सुलझा नहीं था, इस बीच शहर में एक और ऐसा ही फ्रॉड का मामला सामने आया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि अज्ञात ठग ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के नाम का इस्तेमाल कर एक युवक से आर्थिक मदद मांगी। मुंबई पुलिस ने बताया कि अज्ञात जालसाज ने रेसलर (Wrestler) दिपेश जंभाले को व्हाट्सएप पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे की तस्वीर को बतौर ‘डिस्प्ले पिक्चर’ (डीपी) लगाकर मैसेज भेजे हैं। पुलिस ने एक अज्ञात हैकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रेसलर ने शिकायत दर्ज कराया था कि एक साइबर अपराधी ने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के नाम पर उसे व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा और पैसे मांगे। बता दें कि वर्ली-कोलीवाड़ा निवासी 24 वर्षीय दिपेश जंभाले ने कुछ अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिताओं में देश के लिए पदक जीते हैं, और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और आदित्य द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया है। जंभाले पार्टी की युवा शाखा की युवा सेना के पदाधिकारी भी हैं। दिपेश जंभाले को भेजे गए मैसेज में कहा गया- ‘हैलो, हाय ब्रो…मैं आदित्य ठाकरे हूं, दिपेश तुमने मुझे पहचाना नहीं’? जिसपर रेसलर ने जवाब दिया कि मैंने आपको पहचान लिया, लेकिन सीधे सर का मैसेज आने की वजह से भ्रमित हो गया। बाद में ठग ने जंभाले से पैसे मांगे तो उसने कहा कि वह खाना खा रहा है और खाना खत्म होते ही पैसे ट्रांसफर कर देगा, लेकिन जंभाले ने पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता के मुताबिक, 23 अगस्त को उसे एक अज्ञात मोबाइल नंबर से एक WhatsApp मैसेज मिला, जिसमें उद्धव और आदित्य की तस्वीर बतौर डीपी लगाई गई थी। एफआईआर के मुताबिक, अज्ञात व्यक्ति ने आदित्य ठाकरे के तौर पर रेसलर जंभाले को मैसेज भेजा. जिसमें कहा गया था कि उसे (ठग जो अपना नाम आदित्य ठाकरे बता रहा था) एक दोस्त को कुछ पैसे ट्रांसफर करना है, लेकिन नेट बैंकिंग काम नहीं कर रहा है। इसके बाद ठग ने जंभाले से तुरंत उस दोस्त को 25 हजार रुपये भेजने के लिए कहा। साथ ही कहा कि पेटीएम (Paytm) के माध्यम से पैसे को एक नंबर पर ट्रांसफर करे। इसके साथ ही वादा किया की अगली सुबह वह पूरे पैसे लौटा देगा। जिससे जंभाले को जल्द ही पता चल गया कि फोन करने वाला शिवसेना का नेता नहीं, बल्कि कोई जालसाज है। इसके बाद जंभाले दादर पुलिस स्टेशन गया और शिकायत दर्ज कराई। दादर पुलिस ने धोखाधड़ी, विश्वासघात और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपी का पता लगाने की कोशिश कर रही है। साइबर पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है। Post Views: 174