चुनावी हलचलदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र: ढाई साल के लिए CM पद पर अड़ी शिवसेना, कहा-लिखकर दे बीजेपी 26th October 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: हरियाणा में भले ही बीजेपी ने जेजेपी का समर्थन हासिल कर सत्ता की चाभी अपने हाथों में सुरक्षित कर ली हो पर महाराष्ट्र में बन रहे सियासी समीकरण उसके लिए टेंशन पैदा करने वाले हैं। बीजेपी के लिए महाराष्ट्र में सरकार बनाने का गणित फेल होता दिखाई दे रहा है। चुनाव में उसकी सहयोगी शिवसेना के नई सरकार में बराबर की हिस्सेदारी मांगने से भगवा दल के लिए संतुलन साधना बड़ी चुनौती बनता दिख रहा है। शनिवार को शिवसेना ने अपने तेवर और तल्ख करते हुए कहा कि उसे ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद चाहिए और बीजेपी नेतृत्व को यह लिखित में देना होगा। बता दें कि महाराष्ट्र में साथ मिलकर चुनाव लड़ी बीजेपी को 105, जबकि शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। इस तरह गठबंधन के पास बहुमत के लिए जरूरी 145 का आंकड़ा मौजूद है, लेकिन शिवसेना के बदले रुख ने सरकार गठन पर सस्पेंस पैदा कर दिया है।उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री में शनिवार दोपहर शिवसेना के विधायक दल की बैठक हुई। शिवसेना नेता प्रताप सरनायक ने बैठक के बाद मीडिया को बताया, हमारी मीटिंग में तय हुआ है कि जैसा अमित शाह जी ने लोकसभा चुनाव से पहले 50-50 फॉर्म्युले का वादा किया था, उसके हिसाब से दोनों दलों को ढाई-ढाई साल सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। शिवसेना का सीएम भी होना चाहिए। उद्धव जी को बीजेपी से लिखित आश्वासन मिलना चाहिए। शिवसेना को कांग्रेस ने दिया ग्रीन सिग्नलबीजेपी-शिवसेना के रिश्तों में तनाव को भांप महाराष्ट्र कांग्रेस ने संकेत दिया कि वह शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दे सकती है। कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वाडेत्तिवार ने शनिवार को कहा, गेंद बीजेपी के पाले में है। शिवसेना को फैसला लेना है कि क्या वह अपना पांच साल का सीएम चाहती है या ढाई साल के सीएम की मांग पर बीजेपी की प्रतिक्रिया का इंतजार करेगी। अगर सेना हमें कोई प्रस्ताव देती है तो हम उस पर अपने आलाकमान के साथ बात करेंगे। इससे पहले इसी प्रकार का प्रस्ताव राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल व कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद हुसैन दलवी द्वारा दिया गया था। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने मीडियाकर्मियों से कहा, हम से इस पर अब तक शिवसेना से कोई बातचीत नहीं हुई है। हालांकि, अगर ऐसा होता है तो हम इस मामले पर निर्णय के लिए पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे। कांग्रेस-एनसीपी और इसके दूसरे सहयोगियों ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 117 सीटें हासिल की हैं। ऐसे में अगर शिवसेना भी साथ आ जाती है तो आकंड़ा आराम से बहुमत तक पहुंच जाएगा। Post Views: 359