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मुंबई: हिंदुत्व साबित करने के लिए शिवसेना को झंडा बदलने की जरूरत नहीं: उद्धव ठाकरे

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि शिवसेना को अपना हिंदुत्व साबित करने के लिए झंडा बदलने की जरूरत नहीं है। उद्धव ने यह भी कहा कि बीजेपी हिंदुत्व की की ‘झंडाबरदार’ नहीं है। उद्धव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रविवार को ही राज ठाकरे ने आजाद मैदान में सीएए समर्थन में रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया है।
गौरतलब है कि राज ठाकरे आजकल अपनी हिंदुत्व की राजनीति में नई जान फूंकने के प्रयास में जुटे हैं। उद्धव के कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना लेने के बाद माना जा रहा है कि शिवसेना हिंदुत्व के अजेंडे पर नरम पड़ रही है और राज ठाकरे इसे अपने लिए एक मौके के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने हाल ही में अपने झंडे में भी बदलाव किया है। उद्धव का इशारा इसी ओर था।
मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर पार्टी विधायकों और जिलाध्यक्षों की बैठक में यह बात कही। शिवसेना के एक पदाधिकारी के अनुसार बैठक में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के संबंध में एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, मुझे मेरे हिंदुत्व को साबित करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह दिवंगत बालासाहेब का हिंदुत्व है। यह शुद्ध है। मैंने अपनी पार्टी का झंडा नहीं बदला है। एक व्यक्ति, एक झंडा…यह तय है। दुनिया को हमारे हिंदुत्व का ज्ञान है।

बता दें कि इससे पहले राज ठाकरे ने रविवार को मुंबई में CAA के समर्थन में एक मेगा मार्च का आयोजन किया था। इससे CAA लाने के बाद से विरोधियों और मुसलामानों के निशाने पर आई बीजेपी को महाराष्ट्र में मनसे का सहारा मिल गया है। पाकिस्तानी और बंगलादेशी घुसपैठियों के खिलाफ मनसे ने मुंबई में मरीन ड्राइव से आज़ाद मैदान तक विशाल मोर्चा निकालकर CAA और NRC का समर्थन करते हुए दावा किया कि देश मे सफाई की जरूरत है।

एमएनएस के मोर्चे के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुंबई पुलिस के 600 पुलिसकर्मियों, विशेष बल और कई अन्य इकाइयों समेत सादे कपड़ों में भी पुलिसवालों को भीड़ के बीच तैनात किया गया था। मुंबई पुलिस के अलावा स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स, दंगा नियंत्रण पुलिस बल, क्विक रिस्पॉन्स टीम, बम डिटेक्शन ऐंड डिस्पोजल स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड के साथ ही पूरे मोर्चा पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से नजर रखी गई।