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नागपुर: मिड डे मील खाकर 29 बच्चे हुए बीमार, एक ICU में भर्ती

नागपुर: शुक्रवार दोपहर हुड़केश्वर स्थित मारोतराव मुले हाईस्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद एक बच्चे ने पेट दर्द की शिकायत की। इसके बाद देखते ही देखते कई बच्चों को पेट, सिर दर्द, चक्कर और बदनदर्द जैसी समस्या होने लगी। जैसे ही फूड पॉइजन की भनक शिक्षकों को लगी, तुरंत उनको स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया। 29 बच्चों को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में भर्ती करवाया गया। एक बच्चे को आईसीयू) में रखा गया है, सभी बच्चों की हालत नियंत्रण में है। स्कूल कक्षा 5वीं से 8वीं तक है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हुड़केश्वर स्थित मारोतराव मुले हाईस्कूल में प्रतिदिन सगुन महिला बजतगट से मिड डे मील जाता है। शुक्रवार को दोपहर 1 बजे हमेशा की तरह बच्चों के लिए भोजन पहुंचा। एक बर्तन में चावल और दो बर्तन में वरवटी की सब्जी थी जिसे भाेजन जांचने के लिए नियुक्त शिक्षक विजय इलकर ने चखी तो उन्हें स्वाद सही लगा। यह खाना दोपहर करीब 2.30 बच्चों को खिलाया गया। खाना के आधा घंटे बाद करीब 3 बजे बच्चों को पेट में दर्द, चक्कर, बदनदर्द जैसी समस्या होने लगी। शिक्षकों को लगा कि मामला विष बाधा का है और तभी बच्चों को उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, जहां से बच्चों को मेडिकल रैफर किया गया। मेडिकल में रात को उपचार के लिए 29 बच्चे लाए गए। जिसमें 11 लड़के और 18 लड़कियां शामिल है। मामले की जानकारी मिलते ही मेडिकल अधिष्ठाता डॉ.सजल मित्रा ने स्थिति का जायजा लिया। मेडिकल में बड़ी संख्या में बच्चों के परिजन, पुलिस अधिकारी और शिवसेना के कार्यकर्ता पहुंचे थे।

बच्चों के नाम
प्रथमेश मिलमिले का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। वहीं, संजू परिहार, हितेश परवत, किसन जामले, दुर्गेश गिल्लूरकर, प्रेम गाडेश्वर, नयन खुंडे, यश बोबडे, तुषार वाकुडकर, मयूर रामटेके, कृतिका अंभोरे, भावना मालखेडे, आशू परिहार, महिला शेंडे, तन्मय चौधरी, रशिका खर्डे, समीरा लुटे, अंवतिका सावरकर, कृपाली कनौजे, प्रणाली रडे, वंश फेंडर, धनंजय चांदूरकर, कशिश इलमकर, लखन थोरात, राज ओझा, साक्षी साहू, मीनाक्षी साहू, ऋषिकेश देवदास और आशीष साहू को का उपचार जारी है और चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है।

एक माह पहले आया खराब खाना
मिड डे मील को लेकर बच्चे कई बार शिकायत कर चुके है कि वह सही नहीं आता है। इतना ही नहीं परिजनों ने भी इसको लेकर आपत्ति दर्ज करवाई है। एक माह पहले खराब खाना आया था जिसे दुर्गंध आ रही थी जिस पर विद्यालय प्रबंधन ने उसे वापस कर दिया था।
मारोतराव मुले हाईस्कूल के मुख्य आध्यापक पांडूरंग लांबर ने कहा कि हमारे स्कूल में सगुन महिला बजतगट से मिड डे मील आता है। शुक्रवार को दोपहर 1 बजे आया था जिसे बच्चों को 2.30 बजे परोसा गया। बच्चों को फूड पॉजनिंग के लक्षण दिखने पर हमनें उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल में ले गए। वहां से मेडिकल में लेकर आए, यहां सभी 29 बच्चे भर्ती है।
शिक्षक विजय इलकर के मुताबिक एक बर्तन में चावल और दो बर्तन में वरवटी की सब्जी आई थी जिसे मैंने चखा था, उसका स्वाद सही लगने के बाद परोसने के लिए स्वीकृति दी। बच्चों में उसे खाने के बाद फूड पॉजनिंग के लक्षण दिखे तो स्थानीय अस्पताल और फिर मेडिकल में उपचार के लिए आए।
महापौर संदीप जोशी, सत्ता पक्ष नेता संदीप जाधव ने अस्पताल जाकर पीड़ित छात्रों से मुलाकात की, साथ ही उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। डीन डॉ सजल मित्रा ने उन्हें बताया कि बच्चों को 24 घंटे निगरानी में रखा गया है। फिलहाल उनकी स्थिति ठीक है।