दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र: शिवसेना ने भाजपा पर साधा निशाना, संपादकीय में लिखा- तूफान और संक्रमण में राजनीति करना घृणित 13th June 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: शिवसेना ने तूफान निसर्ग से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार के कोंकण क्षेत्र के दौरे का बचाव किया है। इस दौरे को लेकर भाजपा ने आलोचना की थी। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ की संपादकीय में लिखा गया है- पवार हमेशा जागे रहते हैं, इसलिए उनकी राजनीतिक समय-गणना हमेशा सही होती है। जब महाराष्ट्र कोविड-19 और निसर्ग तूफान से जूझ रहा है, ऐसे में भाजपा की सियासत करने की कोशिश ‘घृणित’ है। केंद्र ने निसर्ग से निपटने के लिए नहीं की कोई भी मददशिवसेना ने संपादकीय में कहा कि केंद्र ने चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य को कोई मदद क्यों नहीं दी? पवार ने पिछले दो दिन में रायगढ़ और कोंकण क्षेत्र के हिस्सों का दौरा कर निसर्ग से हुए नुकसान का जायजा लिया था। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने उनके दौरे पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा था कि पवार अब क्यों जागे हैं? रातों रात शपथ लेने पर भाजपा पर साधा निशानाशिवसेना ने संपादकीय में कहा- छह महीने पहले भाजपा नेता आधी रात में जागे थे और सुबह-सुबह शपथ ग्रहण हो गया था। लेकिन पवार ने दो दिन में शह-मात दे दी। पार्टी पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों के बाद राजभवन में आयोजित शपथ-ग्रहण समारोह का जिक्र कर रही थी, जहां भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गयी थी। शिवसेना ने चुटकी लेते हुए कहा- उस घटना के बाद भाजपा नेता पूरी तरह जागे हुए हैं और अब भी सत्ता में आने का इंतजार कर रहे हैं। चुनाव की वजह से पीएम ने किया पश्चिम बंगाल का दौरापार्टी ने अखबार में लिखा कि राज्य सरकार हमेशा जागी रहती है। पवार के जागने से बड़ा सवाल इस बात का है कि क्या केंद्र सरकार राज्य के सामने मौजूद संकट को लेकर जगी हुई है? शिवसेना के मुताबिक, अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल जाकर तूफान अम्फान से हुए नुकसान का आकलन किया। तूफान निसर्ग से कोंकण तट भी तबाह हो गया। केंद्र ने महाराष्ट्र में आना जरूरी नहीं समझा? क्या चंद्रकांत पाटिल ने केंद्र सरकार को जगाया?पार्टी ने यह भी लिखा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव आने वाले हैं, इसलिए केंद्र हस्तक्षेप कर रहा है। इसके अलावा संपादकीय में लिखा गया कि महाराष्ट्र में मौजूदा विधानसभा के समाप्त होने (2024 में) से पहले चुनाव होने की कोई संभावना नहीं है। कोरोना से बेहाल महाराष्ट्र!गौरतलब है कि महाराष्ट्र 1 लाख कोरोना मरीजों वाला देश का इकलौता राज्य बन गया। इनमें से 49,616 एक्टिव केस हैं। शुक्रवार को राज्य में 3493 नए संक्रमित मिले, इसके बाद राज्य में 101,141 मरीज हो गए। 127 मरीजों की मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 3717 हो गई। वहीं, मुंबई में 1366 कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आईं और 90 की मौत हुई। यहां कुल मरीज 55,451 हो गए हैं और मृतकों की संख्या 2,044 हो गई। Post Views: 212