दिल्लीशहर और राज्य पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद ने राजघाट पहुंचकर बापू को किया नमन, विजय घाट पर शास्त्रीजी को दी श्रद्धांजलि! 2nd October 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 151वीं जयंती है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के कई राजनेता शुक्रवार सुबह राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने यहां बापू को नमन किया। जयंती के अवसर पर भजन का भी आयोजन किया गया।पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर नमन किया और विजय घाट पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने कहा, शास्त्री जी ने सादगी को महत्व दिया और हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए जिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, लाल बहादुर शास्त्री विनम्र और दृढ़ थे। वह सादगी का प्रतीक बने और हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए जिया। हम उन्हें उनकी जयंती पर भारत के लिए किए गए हर काम के लिए गहरी कृतज्ञता के साथ याद करते हैं।राजघाट जाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर बापू को नमन किया। पीएम मोदी ने लिखा, हम गांधी जयंती के मौके पर प्यारे बापू को नमन करते हैं। उनके जीवन और महान विचारों से सीखने के लिए बहुत कुछ है। बापू के आदर्श हमें समृद्ध और करुण भारत बनाने में मार्गदर्शन करते रहेंगे। राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर लिखा- गांधी जयंती के दिन, कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से राष्ट्रपिता को श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं। सत्य, अहिंसा और प्रेम का उनका संदेश समाज में समरसता और सौहार्द का संचार करके समस्त विश्व के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। वे संपूर्ण मानवता के प्रेरणा-स्रोत बने हुए हैं।राष्ट्रपति ने लिखा- आइए, गांधी जयंती के अवसर पर हम सब फिर से यह संकल्प लें कि हम सत्या-अहिंसा के मार्ग का अनुसरण करते हुए, राष्ट्र के कल्याण और प्रगति के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे और एक स्वच्छ, समृद्ध, सशक्त व समावेशी भारत का निर्माण करके गांधी जी के सपनों को साकार करेंगे।गांधीजी ने कभी भी एक महान आत्मा होने का दावा नहीं किया, वास्तव में, वह अपनी कमजोरियों के बारे में दुनिया को बताने के लिए अपने रास्ते चले। फिर भी, अधिकतम मानवीय क्षमता का एहसास कराने का वह सबसे अच्छा उदाहरण हैं।एक बेहतर इंसान बनने और अपने आसपास के लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होने के इस निरंतर प्रयास ने उन्हें एक महात्मा बना दिया। यह पथ निश्चित रूप से, बेहद कठिन था। रास्ते में कई असफलताएं थीं लेकिन उन्होंने कदम बढ़ाना जारी रखा।गांधीजी अपने अधिकारों की तुलना में अपने कर्तव्यों के बारे में अधिक चिंतित थे और दूसरों की ओर से दलितों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और अन्य के समर्थन में उतरे। गांधीजी ने बड़े विस्तार से दिखाया कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सतत विकास, आर्थिक और सामाजिक समानता प्राप्त करने के लिए व्यक्तियों, संगठन और राष्ट्र द्वारा क्या करने की जरूरत है। अगर हम गांधी जी के जीवन से सबक लें तो उनके पास हमें देने के लिए बहुत कुछ है, खासकर जब हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं, घातक प्लेग के दौरान उन्होंने खुद को स्वास्थ्य सेवा में समर्पित कर दिया था। नायडू ने महात्मा गांधी की शिक्षाओं की सराहना कीउपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने महात्मा गांधी की शिक्षाओं की सराहना की और कहा, उन्होंने हमें सच्चाई और प्रेम का मार्ग दिखाया। बापू ने अपने जीवन और शिक्षाओं के माध्यम से हमें मानव जाति के लिए सत्य, प्रेम और निस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया। अंत्योदय का उनका विचार हमें सबसे पिछड़े व्यक्ति तक के उत्थान के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है। गृहमंत्री अमित शाह ने किया बापू को नमनकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बापू को नमन किया। शाह ने लिखा, गांधी जी के असाधारण व्यक्तित्व व साधनापूर्ण जीवन ने विश्व को शांति, अहिंसा और सद्भाव का मार्ग दिखाया। स्वदेशी के उपयोग को बढ़ाने के उनके स्वप्न को पूर्ण करने के लिए आज पूरा देश मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ स्वदेशी को अपना रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा- बापू की 151वीं जयंती पर उन्हें नमन! आइये मिलकर बापू के सपनों का भारत बनाएं। Post Views: 173