दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनमहाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरशहर और राज्य महाराष्ट्र: मंत्री नवाब मलिक बोले- समीर वानखेड़े की भाजपा नेताओं से सांठगांठ का पर्दाफाश करूंगा! 29th October 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता व महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने शुक्रवार को भी एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर अपने आरोपों का सिलसिला जारी रखा। उन्होंने अपने आरोपों में सीधे भाजपा को भी शामिल करते हुए कहा कि विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में वह वानखेड़े की भाजपा नेताओं के साथ सांठगांठ का सबूतों के साथ पर्दाफाश करेंगे, तब भाजपा कहीं मुंह दिखलाने लायक भी नहीं रहेगी। गुरुवार को शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को मुंबई उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद नवाब मलिक ने ट्वीट किया था कि पिक्चर अभी बाकी है मेरे यार। अपनी ही बात को आगे बढ़ाते हुए मलिक ने कहा कि यह मामला आर्यन की जमानत के साथ खत्म नहीं होता। यह मामला तो समीर वानखेड़े की नौकरी जाने व फर्जीवाड़े में उन पर होने वाली कानूनी कार्रवाई के साथ खत्म होगा। मलिक ने कहा कि यदि ठीक से तथ्य रखे जाएं तो आर्यन खान का मामला तो उच्च न्यायालय अपने आप रद्द कर देगा, लेकिन एनसीबी को उन सभी मामलों की गहराई से जांच करनी चाहिए, जिनमें समीर वानखेड़े ने लोगों को जबरन जेल में रखा। कुछ दिन पहले संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि नवाब मलिक ने इंटरवल तक की फिल्म दिखा दी है। इसके बाद की फिल्म मैं दिखाऊंगा। इस संबंध में पूछे जाने पर मलिक ने कहा कि आर्यन खान की जमानत के साथ इस पिक्चर का इंटरवल हुआ है। आगे की फिल्म भी मैं ही दिखाऊंगा। अभी मेरे पास बहुत कुछ है। हम दोनों (नवाब और संजय राउत) सलीम-जावेद की तरह इस फिल्म को आगे बढ़ाएंगे। कई मामले सामने आएंगे! नवाब मलिक ने कार्डेलिया क्रूज पर दाढ़ी वाले का जिक्र करते हुए कहा कि काशिफ खान नामक वह व्यक्ति न सिर्फ नशीले पदार्थों के कारोबार के लिए जाना जाता है, बल्कि वह कई रैकेट भी चलाता है। उसी ने कार्डेलिया क्रूज पर दो अक्टूबर को पार्टी का आयोजन किया था। चूंकि वह एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े का बहुत पुराना परिचित है, इसलिए उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। मलिक के मुताबिक, एनसीबी के ही एक अधिकारी ने उन्हें बताया है कि उसने जब-जब काशिफ खान पर कार्रवाई की कोशिश की, समीर वानखेड़े ने उसे मना कर दिया। नवाब मलिक ने दावा किया कि इस तरह के और कई मामले भविष्य में सामने आएंगे। मलिक ने फैशन टीवी के भारत प्रमुख काशिफ खान की गिरफ्तारी की भी मांग की। वहीँ काशिफ खान से समीर वानखेड़े के संबंधों के दावे का वानखेड़े व काशिफ दोनों ने खंडन किया है। वानखेड़े ने नवाब मलिक के दावे को झूठ करार देते हुए कहा कि वह इस संबंध में कुछ नहीं कहेंगे। कानून अपना काम करेगा। जबकि काशिफ ने भी कहा कि वह न तो समीर वानखेड़े को जानता है, न ही कभी उनसे मिला है। उसके अनुसार, वह 2 अक्टूबर को खुद टिकट लेकर क्रूज पर गया था, वहां किए गए सारे खर्चों की रसीदें उसके पास हैं। उसने नवाब मलिक पर कोई कानूनी कार्रवाई करने से भी यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि वह बहुत बड़े मिनिस्टर हैं, मैं व्यापारी हूं। मैं अपना समय किसी सकारात्मक काम में लगाऊंगा। समीर की पत्नी के बयान पर कही ये बात नवाब मलिक ने कहा कि कल से अचानक परिस्थितियां बदल गई हैं। जो व्यक्ति 3 अक्टूबर को आर्यन खान को खींचकर ले जाता दिखाई दे रहा था, वह आज खुद पुलिस की गिरफ्त में है। और जो अधिकारी कल तक आर्यन खान की जमानत नहीं होने दे रहा था, और खुद अपने लिए मुंबई पुलिस से सुरक्षा मांग रहा था, आज वहीं उच्च न्यायालय जाकर मुंबई पुलिस की गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा है। समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर की ओर से आ रहे बयान पर भी नवाब मलिक आज सफाई देते नज़र आए। उन्होंने कहा कि समीर की पहली पत्नी की तस्वीर उन्हें रात में दो बजे किसी ने यह कहते हुए भेजी थी कि वह इसे सार्वजनिक कर सकते हैं। लेकिन उनकी दूसरी पत्नी के बारे में उन्होंने कभी कुछ नहीं कहा है। क्रांति रेडकर द्वारा खुद को मराठी लड़की बताते हुए मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नवाब मलिक ने कहा कि यदि वह मराठी लड़की हैं, तो नवाब मलिक भी वर्षों से मुंबई में रह रहे हैं। वह मराठी नहीं हैं क्या? समीर वानखेड़े की पत्नी ने सीएम उद्धव को लिखा पत्र, मिलने का समय भी मांगा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुंबई क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े पर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक की ओर से लगातार लगाए आरोपों को लेकर उनकी पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने खुद को मराठा लड़की करार देते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्य में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. रेडकर ने सीएम उद्धव से ‘न्याय की आस’ लगाते हुए उनसे मिलने का भी समय मांगा है. क्रांति ने चिट्ठी में लिखा- ‘माननीय उद्धव जी बचपन से मराठी आदमी के न्याय और हक़ के लिए लड़ने वाली शिवसेना को देखते हुए मैं एक मराठी लड़की बड़ी हुई. छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का आदर्श लेकर बड़ी हुई. इन दोनों ने सिखाया कि किसी पर अन्याय करो मत, खुद पर अन्याय सहो मत. उसी के मद्देनजर आज मैं अपने निजी जीवन पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मजबूती से खड़ी हूं और लड़ रही हूं.’ आगे उन्होंने लिखा है- ‘सोशल मीडिया पर मौजूद लोग सिर्फ मजे ले रहे हैं. मैं एक कलाकार हूं. राजनीति मुझे नहीं आती और मुझे उसमें पड़ना भी नहीं है. हमारा कुछ भी संबंध ना होते हुए रोज सुबह हम पर लांछन लगाया जाता है. शिवराया के राज्य में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. मजाक हो रहा है. आज बालासाहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता. एक महिला और उसके परिवार पर निजी हमले निचले स्तर की राजनीति है.’ उन्होंने लिखा है-‘आज वो (बालासाहेब) नहीं हैं पर आप हैं. उनकी परछाई हम आपमें देखते हैं. आप हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और मुझे आप पर पूरा विश्वास है. आप कभी मुझ पर और मेरे परिवार पर अन्याय नहीं होने देंगे.’ मलिक पर लगाया घटिया राजनीति का आरोप समीर वानखेड़े से 2017 में शादी करने वाली क्रांति रेडकर ने इससे पहले बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मलिक उनके पति के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर घटिया स्तर की राजनीति कर रहे हैं. दरअसल, राकांपा नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े का जन्म एक मुस्लिम के रूप में हुआ था, लेकिन फर्जी जाति प्रमाण पत्र सहित अन्य जाली दस्तावेजों की मदद से आरक्षण के तहत नौकरी पाने के लिए उन्होंने खुद को हिंदू दलित बताया और संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की. ‘मां की इच्छा पूरी करने को किया इस्लामी रीति रिवाज से निकाह’ एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक की पत्नी क्रांति रेडकर ने कहा, क्या वह काजी संविधान से ऊपर है? उसे यह दिखाने के लिए कागजात पेश करने चाहिए कि समीर वानखेड़े ने अपनी पहली पत्नी से शादी करने के लिए (इस्लाम में) धर्मांतरण किया था. समीर ने अपनी मां जो कि एक मुस्लिम थीं, उनकी इच्छा पूरी करने के लिए ही 2006 में इस्लाम के अनुसार, निकाह किया था.’ क्रांति ने अपने पति का बचाव करते हुए कहा, यह सिर्फ एक औपचारिकता थी. समीर वानखेड़े एक हिंदू के रूप में पैदा हुए हैं. उन्होंने कभी धर्मांतरण नहीं किया. मलिक अपने दामाद से जुड़े (ड्रग्स) मामले के कारण अपनी नाराजगी की वजह से ही यह आरोप लगा रहे हैं. रेडकर ने स्वीकार किया कि 2006 के निकाहनामे पर हस्ताक्षर समीर वानखेड़े के थे. लेकिन, समीर निकाहनामा के बारे में ज्यादा नहीं जानते. समीर वानखेड़े के पिता बोले- नवाब मलिक के खिलाफ जाएंगे अदालत इस बीच, समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि वह राकांपा नेता नवाब मलिक के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. ज्ञानदेव वानखेड़े ने संवाददाताओं से कहा, मेरे धर्म अथवा जाति का नशीली दवाओं के मामलों से क्या लेना-देना है? मैं हिंदू और महार (अनुसूचित जाति) का हूं. 2006 का निकाहनामा सही है और मेरे हस्ताक्षर भी असली हैं. लेकिन मुझे दस्तावेज़ की सामग्री समझ में नहीं आई थी क्योंकि वह उर्दू में थी. समीर वानखेड़े की बहन यास्मीन ने मलिक के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, कहा- परिवार को कर रहे बदनाम समीर वानखेड़े की बहन यास्मीन वानखेड़े ने खुद को बदनाम करने के आरोप में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. एक अधिकारी ने गुरुवार यह जानकारी दी. समीर वानखेड़े पर मुंबई के तट पर एक क्रूज जहाज से मादक पदार्थ की कथित बरामदगी के मामले में गिरफ्तार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को छोड़ने के लिए पैसे मांगने का आरोप लगाया गया है. इस मामले में उनके खिलाफ एनसीबी विभागीय सतर्कता जांच कर रही है. अधिकारी ने बताया कि ओशिवारा पुलिस थाने में दर्ज कराई दो पन्नों की शिकायत में यास्मीन वानखेड़े ने दावा किया कि उनके परिवार को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है और मलिक ने उनके परिवार की मालदीव यात्रा को ‘वसूली यात्रा’ करार दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मलिक उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखी जा रही: यास्मीन शिकायत में उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है और मंत्री इंस्टाग्राम तथा फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर साझा की गई उनकी निजी तस्वीरों को मीडियावालों को दे रहे हैं. ओशिवारा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यास्मीन की लिखित शिकायत उन्हें पिछले सप्ताह मिली थी, लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. यास्मीन वानखेड़े ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के पास भी एक शिकायत दर्ज कराई और अनुरोध किया कि वह पुलिस को पीछा करने, मानहानि, आपराधिक धमकी और एक महिला की गरिमा का अपमान करने के अपराध के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी की संबंधित धाराओं के तहत उनकी निजता का उल्लंघन करने और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दे. 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