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गोरखपुर में पीएम मोदी बोले- लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब, यूपी के लिए ये रेड अलर्ट!

गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 9650 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। एम्स, खाद कारखाने और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर राष्‍ट्र को

 

समर्पित किया। यहां पीएम ने खाद कारखाने, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) का लोकार्पण किया।
इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में खाद कारखाना और एम्स का शुरू होना अनेक संदेश दे रहा है। जब डबल इंजन की सरकार होती है तो डबल तेजी से काम भी होता है। जब नेक नीयत से काम होता है तो आपदाएं भी अवरुद्ध नहीं बन पाती है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा यूपी जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से ही मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं। लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए। लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए और इसलिए, याद रखिए लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी।
उन्होंने ने कहा कि आजादी के बाद से इस सदी की शुरुआत तक देश में सिर्फ एक एम्स था। अटलजी ने 6 और एम्स स्वीकृत किए थे। बीते 7 वर्षों में 16 नए एम्स बनाने पर देशभर में काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य ये है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज जरूर हो।
जब मैंने एम्स का शिलान्यास किया था, तो मैंने कहा था कि हम दिमागी बुखार से इस क्षेत्र को राहत दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। हमने दिमागी बुखार फैलाने की वजह को दूर करने पर भी काम किया और इसका उपचार भी किया। आज गोरखपुर और बस्ती डिविजन के 7 जिलों में दिमागी बुखार के मामले करीब 90% तक कम हो गए हैं।

गोरखपुर खाद कारखाने की बहुत बड़ी भूमिका देश को यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में भी होगी। देश के अलग-अलग हिस्सों में बन रहे 5 फर्टिलाजर प्लांट शुरु होने के बाद 60 लाख टन अतिरिक्त यूरिया देश को मिलेगा। ये कारखाना राज्य के अनेक किसानों को पर्याप्त यूरिया तो देगाा ही, इससे पूर्वांचल में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।

जब गरीब-शोषित-वंचित की चिंता करने वाली सरकार होती है, तो वो परिश्रम भी करती है, परिणाम भी लाकर दिखाती है। जब 2014 में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया था, तब उस समय देश में फर्टिलाजर सेक्टर बहुत बुरी स्थिति में था। देश के कई खाद कारखानों वर्षों से बंद पड़े थे। विदेशों से आयात लगातार बढ़ता जा रहा था।

हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका, यूरिया की 100 फीसद नीम कोटिंग की। हमने करोड़ों किसानों को साइल हेल्थ कार्ड दिए ताकि उन्हें पता चल सके उनके खेत को किस तरह की खाद की जरूरत है। हमने यूरिया के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया। बंद पड़े खाद कारखाने को फिर से खोलने पर ताकत लगाई।

गोरखपुर में खाद कारखाना और एम्स की शुरुआत कई संदेश दे रहा है। जब डबल इंजन वाली सरकार होती है तो डबल स्पीड में काम होता है। जब ईमानदार इरादे से काम किया जाता है, तो विपत्ति भी बाधा नहीं बन सकती।

गोरखपुर में 40 सालों तक बीमारियों से हजारों मौतें होती थीं: सीएम
जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 24 सालों तक यहां का फर्टिलाइजर कारखाना बंद था। 2016 में पीएम मोदी ने इस कारखाने का शिलान्यास किया और आज पहले से स्थापित उर्वरक कारखाने की तुलना में ये नया कारखाना चार गुना बड़ा है।
गोरखपुर में 40 सालों तक बीमारियों से हजारों मौतें होती थीं, लेकिन केंद्र और राज्य की सरकारें मौन रहती थीं। पहली बार देश के प्रति संवेदना और भारत को आत्मनिर्भर बनने के लिए पीएम मोदी ने कार्यों को अलग-अलग क्षेत्रों में शुरू किया।