चुनावी हलचलदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीति मोदी अगर असल में ‘चौकीदार’ हैं तो असीमानंद को बरी किए जाने के खिलाफ अपील करें : ओवैसी 21st March 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this हैदराबाद , ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान पर हमला बोला है। पुलवामा, उरी और पठानकोट हमलों का जिक्र करते हुए ओवैसी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए पूछा है कि आप कैसे चौकीदार हैं। समझौता ब्लास्ट केस में ट्रायल कोर्ट के फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देने की मांग करते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असल में देश के ‘चौकीदार’ हैं तो असीमानंद को बरी किए जाने के खिलाफ सरकार को अपील करनी चाहिए।पीएम मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान पर हमला करते हुए ओवैसी ने बुधवार रात एक चुनावी रैली में कहा, ‘आप किस तरह के चौकीदार हैं?’ मरने वालों (समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट) में 25 भारतीय भी थे। बम विस्फोट एक आतंकी कृत्य है। ‘आप कैसे चौकीदार हैं?’ बता दें कि हरियाणा के पंचकूला की एक विशेष अदालत ने बुधवार को समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट केस में असीमानंद और 3 अन्य आरोपियों को बरी कर दिया। 2007 में हुए समझौता ब्लास्ट में 68 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पाकिस्तानी थे।औवैसी ने कहा, अगर मोदी असल में चौकीदार हैं तो उन्हें तत्काल यह घोषणा करनी चाहिए कि सरकार कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करेगी। भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली ट्रेन में 18 फरवरी 2007 को हरियाणा में पानीपत के नजदीक ब्लास्ट हुआ था। उस समय ट्रेन अमृतसर के अटारी की तरफ जा रही थी, जो उस रूट में भारत का आखिरी स्टेशन है।पीएम मोदी पर हमला करते हुए AIMIM चीफ ने कहा, आप किस तरह के चौकीदार हो? आप असीमानंद से क्यों डर रहे हो? यह प्यार किसलिए? पता चला है कि असीमानंद एक समय आरएसएस से जुड़ा हुआ था। पुलवामा, उरी और पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए ओवैसी ने पूछा कि मोदी किस तरह के ‘चौकीदार’ हैं। हैदराबाद के सांसद ने कहा, इस देश को चौकीदार की जरूरत नहीं है। इस देश को एक ईमानदार प्रधानमंत्री की जरूरत है।…देश को ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो संविधान को समझता हो, जिसकी भावना धर्मनिरपेक्षता, न्याय, बंधुत्व और आजादी है।इतना ही नहीं, ओवैसी ने जैश सरगना मसूद अजहर के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंध नहीं लग पाने को भी मोदी सरकार की ‘झूला डिप्लोमेसी’ की हार बताया। उनका इशारा चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के अहमदाबाद में झूला झूलने की तरफ था। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव की राह में चीन ने एक बार फिर अडंगा लगा दिया है। Post Views: 167