उत्तर प्रदेशदिल्लीदेश दुनियाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य मायावती के भाई आनंद कुमार का 7 एकड़ का प्लॉट जब्त, कीमत 400 करोड़, कुल संपत्ति करीब 1316 करोड़…! 19th July 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this कौन हैं आनंद कुमार…? आनंद अपनी बहन माया से छोटे हैं। एक समय वह नोएडा में क्लर्क हुआ करते थे। मायावती जब यूपी की पॉलिटिक्स में चमकीं, तो आनंद की किस्मत चमक गई। वह लगातार हाथ-पैर मारते रहे और खूब पैसे बनाए। माया के दाहिने हाथ कहे जाने वाले सतीश मिश्रा के बेटे कपिल मिश्रा ने भी दिल खोलकर आनंद का साथ दिया। नेताओं, उनके रिश्तेदारों और बिल्डर्स के साथ आनंद का पुराना मेल-जोल है। ऐसे ही दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने कंपनियां खोलीं। माया जब सूबे की मुख्यमंत्री थीं, तब इनकी कंपनियां कुकुरमुत्ते की तरह बढ़ रही थीं। 2013 में इंडियन एक्सप्रेस ने इनके साम्राज्य पर बड़ी रिपोर्ट छापी थी। नोएडा, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के भाई और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के लगभग सात एकड़ के प्लॉट को जब्त कर मोदी सरकार ने बेनामी संपत्ति के खिलाफ अभियान को तेज करने का संकेत दे दिया है। इस प्लॉट की कीमत करीब 400 करोड़ रुपये बताई जा रही है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई के बाद नोएडा व ग्रेटर नोएडा में बेनामी संपत्ति का पंडारा बॉक्स खुल सकता है। सूत्रों का कहना है कि कुमार की कुल संपत्ति करीब 1316 करोड़ की है।आरोप है कि इन दोनों शहरों नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 2007 से लेकर 2017 तक कई लोगों ने बेनामी जमीन खरीदकर कालेधन को अजस्ट किया है। नोएडा के 4 बिल्डर्स के नाम तो मॉरीशस कनेक्शन के जरिए मनी लांड्रिंग के घेरे में आ चुके हैं। इस कार्रवाई के बाद मायावती के भाई की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं। किरीट सोमैया की शिकायत पर सामने आया मामला…2011 में बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार की फर्जी कंपनियों की शिकायत सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी से की थी। उस दौरान केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब कोई जांच भी शुरू नहीं हुई। 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद इन पर कार्रवाई शुरू हुई। मैंने अपने भाई आनंद कुमार को इस शर्त पर बीएसपी में लेने का फैसला किया है कि वह कभी MLC, विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं बनेगा. इसी वजह से मैं आनंद को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना रही हूं…(फाइल फोटो) माया की सरकार में भाई ने बनाई 49 कंपनियां…नोटबंदी के दौरान आनंद ने दिल्ली के एक बैंक में अपने खाते में एक करोड़ 43 लाख रूपये की नकदी जमा कराई थी, जिसके चलते वह सुर्खियों में आ गए थे। यही नहीं उनकी आय भी 1316 करोड़ तक पहुंच गई है। 2007 से लेकर 2012 में जब प्रदेश में मायावती की सरकार थी इस अवधि में आनंद कुमार ने 49 कंपनियां बनाई थीं। माया सरकार में खरीदा था प्लॉट पिछले 20 सालों में अचानक से खरबपति बने आनंद कुमार की संपत्तियों पर आयकर विभाग पिछले कई साल से नजर रखे हुए था। आनंद ने पत्नी विचित्र लेखा के नाम से कई कंपनियां बना रखी थीं। इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन दिल्ली में करवाया था। उनका आईटी रिटर्न भी वहीं दाखिल किया जाता था। वर्ष 2007 से 2012 के दौरान यूपी में मायावती सरकार के दौरान इन्हीं में से एक कंपनी के नाम पर सेक्टर 94 में करीब 7 एकड़ का कमर्शल प्लॉट खरीदा था। सूत्रों के मुताबिक, करीब 3 साल पहले आयकर विभाग की दिल्ली बेनामी जांच यूनिट को इस खरीद में बेनामी पैसा इस्तेमाल होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से विभाग ने अपनी जांच शुरू कर दी थी। सूत्रों ने बताया कि आनंद ने जांच के दौरान बताया कि उसने दूसरी कंपनियों से लोन लेकर इस प्लॉट को खरीदा था। क्यों जब्त किया गया सात एकड़ का प्लॉट…आईटी सूत्रों के मुताबिक, नोएडा में सेक्टर-94 के जिस प्लॉट को जब्त किया गया है वह 28,328 वर्ग मीटर का है। इसे खरीदने के लिए शैल कंपनियों का सहारा लिया गया था। तब विजन टाउन प्लानर नामक कंपनी से मार्च 2011 में इस प्लॉट को 6 करोड़ में खरीदा गया था। इसके बाद बोगस कंपनी की तरफ से 400 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया। यह भुगतान शेयर प्रीमियम के आधार पर किया गया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस ट्रांजेक्शन के बारे में जब आयकर विभाग ने आनंद कुमार से जवाब मांगा तो वह इसका जवाब नहीं दे सके कि यह पैसा किसका है। इसी वजह से इस प्लॉट को बेनामी संपत्ति मानते हुए इसे जब्त करने की कार्रवाई की गई है। सीबीआई और ईडी भी दर्ज करेगी केस…आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो अब इस मामले में सीबीआई और ईडी भी केस दर्ज करेगी। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में इसकी आंच मायावती तक भी पहुंच सकती है। Post Views: 214