दिल्लीदेश दुनियाब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य GDP में गिरावट: प्रियंका ने केंद्र से पूछा- अर्थव्यवस्था की बर्बादी के लिए जिम्मेदार कौन? 31st August 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली, जीडीपी में गिरावट को लेकर प्रियंका गांधी, अभिषेक सिंघवी और जयराम रमेश सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी को घेरा। प्रियंका ने शनिवार को केंद्र सरकार से पूछा कि वह बताए कि अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंक्चर कर दी है। उन्होंने ट्वीट किया- जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंक्चर कर दी है। न जीडीपी ग्रोथ है, न रुपये की मजबूती। रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?गौरतलब है कि शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट और कृषि उत्पादन की सुस्ती से देश की आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में घटकर पांच फीसदी रह गई। यह पिछले छह साल का न्यूनतम स्तर है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा- हिट फिल्म क्यूएसक्यूटी…कयामत से कयामत तक याद करें? अब क्यूएसक्यूटी क्वार्टर से क्वार्टर का पर्याय बन गया है। लगातार दो तिमाहियों के निम्न जीडीपी वृद्धि को खबरों की सुर्खियों के प्रबंधन से दबाने का प्रयास किया गया।कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी जीडीपी वृद्धि में गिरावट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया- जीडीपी वृद्धि पांच प्रतिशत नहीं बल्कि यह तीन प्रतिशत है। आधार वर्ष 2004..2005 से बदलकर 2011..2012 करने से दो प्रतिशत का सांख्यिकीय उछाल दिख रहा है। समस्या है लेकिन सरकार के भय से उस पर कोई चर्चा नहीं कर रहा है। पिछले पांच वर्षों में आयकर विभाग, ईडी, सीबीआई के क्रूर और अंधाधुंध उपयोग से आर्थिक वातावरण का व्यवस्थित विनाश हुआ। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने सरकार से कहा कि वह शेखी बघारने वाले दावे नहीं करे और इसके बजाय भारतीय अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए रूपरेखा के बारे में देश को बताये जिसमें आपकी आंख के सामने इस समय गिरावट देखी जा रही है। रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया- बीजेपी शासन में अर्थव्यवस्था की स्थिति। क्या यह न्यू इंडिया है? उन्होंने जीडीपी वृद्धि का जनवरी-मार्च 2018 तिमाही में 8.1 प्रतिशत से अप्रैल-जून 2019 तिमाही में पांच प्रतिशत का एक ग्राफ भी डाला।पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर पांच प्रतिशत है लेकिन यह नई पद्धति के तहत है जो कि एक ‘मोदी बूस्टर’ के साथ आती है। सिंघवी ने कहा, वास्तविक जीडीपी से मोदी बूस्टर निकाल देने पर यह करीब तीन प्रतिशत है। उन्होंने ट्वीट किया- बालाकोट को लेकर वाहवाही बटोरी गई, राष्ट्रवाद को लेकर सवाल उठाये गए, चुनाव से ठीक पहले नकदी बांटी गई। छह तिमाही के दौरान तिमाही जीडीपी वृद्धि 8 प्रतिशत से 7 प्रतिशत हो गई और उसके बाद 5.8 प्रतिशत और अब पांच प्रतिशत। इसके साथ 18 महीने का जो स्पष्ट रुझान है, तमाम पैकेज के बावजूद इस सरकार का कोई असर नहीं पड़ा है।कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा था कि जीडीपी में तेज गिरावट ‘मोदी निर्मित आपदा’ है और मांग की थी कि देश में एक वित्तीय आपातकाल घोषित किया जाए। पार्टी ने कहा था कि खबरों की सुर्खियों का प्रबंधन करके सच्चाई को अब ज्यादा छुपाया नहीं जा सकता। GDP विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। न GDP ग्रोथ है न रुपए की मजबूती। रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?#EconomicSlowdown#EconomyCrisis— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 31, 2019 Post Views: 185