ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य दोस्त की मासूम बेटी को शख्स ने 7वीं मंजिल से नीचे फेंका, मौके पर हुई मौत 8th September 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, दोस्ती हमेशा ही मिसालों से जानी जाती है। दोस्ती से भरोसा भी जल्द उठ जाता है, पर कोई दोस्त अपने ही जिगरी दोस्त की बेटी की जान कैसे ले सकता है? पर ये सच है, जहां एक शख्स दोस्त की मासूम बच्ची को अपार्टमेंट के सातवीं मंजिल से नीचे फेंक देता है। मुंबई के कोलाबा में हुई इस वारदात ने दोस्ती पर दाग लगा दिया है। यहां एक युवक ने अपने दोस्त की साढ़े तीन साल की बच्ची को अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से फेंक दिया। बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को इस मामले में तंत्र-मंत्र का ऐंगल होने का शक है। आरोपी शख्स के घर से मिले एक कागज पर लिखा है- अपनी जिंदगी बचाने के लिए जुड़वां बच्चों को मार डालो। पुलिस के अनुसार अनिल चुगानी (43) इस बच्ची की जुड़वां बहन को भी इसी तरह मारने की योजना बना रहा था, क्योंकि उसे शक था कि उस पर किसी ने काला जादू कर दिया है जिससे बचने का एकमात्र उपाय जुड़वां बच्चों की हत्या करना ही है।पुलिस ने शुरू में चुगानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया था लेकिन अब वह महाराष्ट्र नरबलि, अघोरी कृत्य और काला जादू रोकथाम व उन्मूलन ऐक्ट 2013 की धाराएं भी लगाने पर विचार कर रही है। अकेलेपन का बहाना बनाकर बच्चों को ले गया थापुलिस के अुनसार, शनिवार को अनिल ने अपने बचपन के दोस्त प्रेमलाल हातीरमानी (44) से कहा था कि उसे अपने कोलाबा के अशोका अपार्टमेंट वाले फ्लैट में अकेलापन लग रहा है इसलिए वह उसके तीनों बच्चों को अपने यहां ले जाना चाहता है। प्रेमलाल ने तीनों बच्चों जय (6), श्रेया (3) और शान्या (3) के साथ नौकरानी काकुली मंडल को भी भेज दिया था कि क्योंकि बच्चे पहली बार अनिल के घर रहने जा रहे थे। हाथ धुलवाने के नाम पर बच्ची को फेंक दियाचुगानी ने बच्चों को चॉकलेट दीं और शाम 7:30 पर शान्या के हाथ धुलवाने के लिए उसे अपने बेडरूम में ले गया, जहां से उसने खिड़की के रास्ते शान्या को सातवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया। बच्ची बिल्डिंग से 20 फीट दूर नीचे खड़ी एक कार पर गिरी। आसपास से गुजरने वाले बच्ची को सेंट जॉर्ज अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची को फेंकने के बाद डर गया था अनिलपुलिस का कहना है कि इस घटना के बाद चुगानी डर गया और उसने खुद को बेडरूम में बंद कर लिया और पुलिस को फोन किया कि एक बच्ची नीचे गिर गई है। नौकरानी के बार-बार दरवाजा खटखटाने पर भी उसने दरवाजा नहीं खोला। बाद में पुलिस ने पहुंचकर चुगानी को गिरफ्तार कर लिया। मोरक्को में काले जादू का शकपूछताछ में चुगानी ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि मोरक्को प्रवास के दौरान किसी ने उस पर काला जादू कर दिया था, उसे भरोसा था कि जुड़वां बच्चों की हत्या करके उसे इससे छुटकारा मिल जाएगा। चूंकि घर में नौकरानी थी, इसलिए वह अपनी योजना पूरी नहीं कर पाया। एक पुलिस अफसर ने बताया कि चुगानी पिछले 15 वर्षों से अफ्रीकी देश मोरक्को में रह रहा था। वह हर साल दो महीने के लिए मुंबई आता था लेकिन इस साल वह छह महीने रह गया, क्योंकि वह इसकी योजना बना रहा था। कोर्ट ने पुलिस कस्टडी में भेजाकोर्ट ने चुगानी को 13 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। परिमंडल- १ के पुलिस उपायुक्त डॉ. संग्रामसिंह निशानदार ने बताया कि पुलिस को चुगानी के घर से लिखित सबूत मिला है जिसमें कहा गया है, अपनी जिंदगी बचाने के लिए जुड़वां बच्चों को मार दो। वकील की दलील, बच्ची खुद गिरीचुगानी के वकील सुनील पांडेय ने पुलिस के दावे को नकारते हुए कहा, सरकारी वकील ने केवल अपने केस को मजबूत करने के लिए हत्या का दावा किया है। मेरे क्लाइंट ने बच्ची को खिड़की से नहीं फेंका था बल्कि वह खुद अपनी गलती से खिड़की से नीचे गिर गई। बच्ची के पिता और मेरे क्लाइंट पहले दोस्त थे लेकिन हाल ही में दोनों के बीच बिजनस को लेकर अनबन हो गई है। वहीं पुलिस का कहना है कि अगर लड़की अपने आप गिरी होती तो खिड़की के नीचे गिरती लेकिन वह बिल्डिंग से 20 फीट दूर खड़ी हुई कार के ऊपर गिरी पाई गई। इसके अलावा खिड़की इतनी ऊंचाई पर थी कि तीन साल की बच्ची वहां तक चढ़ नहीं सकती थी। फिलहाल पुलिस सभी पहलूओं पर जांच कर रही है। Post Views: 180