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BJP नेता किरीट सोमैया ने 500 करोड़ के घोटाला मामले में की सीबीआई जांच की मांग

मुंबई: पूर्व सांसद व वरिष्ठ भाजपा नेता किरीट सोमैया ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि 500 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार घोटाले में अनिल परब, खरमाटे और ढाकने के ख़िलाफ़ सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया- जिसमें उन्होंने कहा महाराष्ट्र के राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब, परिवहन आयुक्त अविनाश ढाकने और वर्धा के डिप्टी आरटीओ बजरंग खरमाटे पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार घोटाला है, जिसमें राज्य आरटीओ में अनैतिक और अवैध हस्तांतरण शामिल हैं। सीबीआई को इन अधिकारियों से पूछताछ करनी चाहिए।
उन्होंने ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की राज्य के आरटीओ परिवहन मंत्रालय में भ्रष्टाचार पसरा हुआ है, मंत्री अनिल परब के साथ मिलकर वर्धा के डेप्युटी आरटीओ बजरंग खरमाटें ने ग़ैरकानूनी तरीके से करोड़ों रुपए उगाही की और आपस में बांटे। उन्होंने कहा कि 2-2 महीने में कई अफ़सरो की बदली की और 25-50 लाख से लेकर एक करोड़ तक की वसूली प्रमोशन के लिए की है।
अनिल परब ने जनवरी 2020 में राज्य परिवहन मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। पिछले दिनों सचिन वाजे की विस्फोटक चिट्टी में अनिल परब का नाम सामने आया तब से महाराष्ट्र की राजनीति में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफ़े के बाद परिवहन मंत्री अनिल परब पर सीबीआई जांच की मांग ज़ोर पर है।
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने एक इंटरव्यू में कहा कि राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब का एकमात्र काम अधिकारियों को ट्रांसफर करके धन जुटाना और सौदे करना रहा है। वायरल हो रही खबरों के अनुसार सुनने में आया है की खरमाटे, डिप्टी आरटीओ वर्धा ने पहले ही ट्रांसफर के लिए पिछले साल 200 करोड़ रुपए एकत्र किए। अनिल परब और अविनाश ढाकने की ओर से इस वर्ष 2021 के लिए 200 करोड़ के ऑर्डर में खरमाटे ने पहले ही धनराशि जमा कर ली है। इन अधिकारियों और मंत्री के बीच धन वितरित किया गया है।
नासिक आरटीओ भारत कलास्कर एक एजेंट के रूप में काम करते हैं और अविनाश ढाकने की ओर से पैसा एकत्र करते हैं। बजरंग खरमाटे ने मंत्री अनिल परब और कमिश्नर ढाकने के लिए पैसा एकत्र किया। उपा परिवहन अयुक्त जितेंद्र पाटिल पहिया में एक और महत्वपूर्ण दल है। खरमाटे ने मानिक दिनांक के साथ सभी अवैध पदोन्नति प्राप्त की हैं। वह मानिक दिनांक घोटाले में शामिल है। अब मानिक दिनांक एक और पदोन्नति चाहता है।
उन्होंने कहा कि अपने पूरे सेवा काल में खरमाटे ने अवैध साधनों से ही पदोन्नति हासिल की और भारी संपत्ति और संपती अर्जित की। पुणे में उनके 2 बंगलों के अलावा, उनके पास 4 एलजी शोरूम और पुणे में दो आभूषण शोरूम हैं। वह इंदौर में तनिष्क ज्वैलरी फ्रैंचाइज़ी के मालिक भी हैं। आरटीओ नासिक के रूप में भारत कलास्कर को प्रति माह 35 लाख मिलते हैं। धुले जिले के अतिरिक्त प्रभार के लिए उन्हें 50 लाख रुपये मिलते हैं। इसके बावजूद, उनके अधिक लालच ने उनके सहयोगियों और कनिष्ठ अधिकारियों पर कई झूठे आरोप लगाए।
केंद्र सरकार और देश की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अनिल परब, अविनाश ढाकने और बजरंग खरमाटे के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो भ्रष्ट आचरण में हैं। आप की जानकारी के लिए बता दे बजरंग खरमाटे इस से पहले भी दो बार निलम्बित किए जा चुके है। भाजपा नेता व पूर्व लोकसभा सांसद किरीट सोमैया ने ट्वीट करके जानकारी दी की उन्होंने राज्य के गवर्नर को ख़त लिखकर इस मामले की पूर्ण जांच करने की मांग की है।